रमजान के आखिरी दिनों में सीरिया में लोग ईद की तैयारी करने के बजाय बिजली संकट और अंधेरे से जूझ रहे हैं. सीरिया, जो एक समय दुनिया के सबसे विकसित देशों में गिना जाता था, आज पूरी तरह से संकट में है. देश में लंबे समय से चल रही राजनीतिक और सैन्य स्थिति ने आम लोगों की जिंदगी को और भी कठिन बना दिया है. खासकर, इस बार रमजान के महीने में, जब मुस्लिम समुदाय अपने रोजे खोलने के बाद परिवार के साथ ईद की खुशियों का इंतजार करता है, सीरिया में लाखों परिवारों के लिए इस माह का हर दिन एक नई चुनौती साबित हो रहा है.
सीरिया के ज्यादातर इलाकों में, जैसे दमिश्क और दारा, सूरज के डूबते ही अंधेरा छा जाता है. गली-मोहल्ले, बाजार और घरों में बिजली नहीं होती. लोग मोबाइल चार्ज नहीं कर पाते, फ्रिज में रखा खाना खराब हो जाता है और रात का समय अंधेरे में गुजरता है. यह सब कुछ बिजली की कमी के कारण है, क्योंकि सीरिया में सरकारी बिजली केवल दो घंटे मिलती है, जो काफी नहीं है.
बिजली संकट का गंभीर असर
सीरिया के लोग इन दो घंटों में भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाते. फ्रिज में रखी चीजें जल्दी खराब हो जाती हैं, मोबाइल की बैटरी खत्म हो जाती है, और घर में अंधेरे के सिवा कुछ नहीं बचता. राना की तरह देश के लाखों लोग इन समस्याओं से जूझ रहे हैं. उनके पास सोलर पैनल या निजी जनरेटर लगाने के पैसे नहीं हैं.
सीरिया में इमरजेंसी जैसे हालात
एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक इस देश में हर रोज़ ऐसे हालात बने हुए हैं जैसे इमरजेंसी हो. लोग राशन की कमी, पानी की समस्या और बिजली संकट से परेशान हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, सीरिया के 90% लोग गरीबी में जी रहे हैं और सीरिया सरकार की तरफ से मिल रही दो घंटे की बिजली किसी काम की नहीं है.
अभी हाल ही में सीरिया के नए अस्थायी सरकार के प्रमुख, अहमद अल-शरा ने इस संकट को हल करने के लिए कोशिशें की हैं, लेकिन ये सिर्फ अस्थायी समाधान हैं. कतर से गैस आयात करने और कुर्द-प्रभुत्व वाले क्षेत्रों से तेल हासिल करने के बावजूद, बिजली संकट में कोई खास राहत नहीं मिली है. यह स्थिति पूरे देश में बनी हुई है.
ईद का माहौल और बिजली की उम्मीद
ईद के करीब आते हुए, सीरिया के लोग अपने पारंपरिक तौर-तरीकों के अनुसार त्यौहार की तैयारी करते हैं, लेकिन बिजली की कमी और सुरक्षा के खतरों के चलते उनका मन शांत नहीं हो पा रहा है. अगर यही स्थिति बनी रही, तो सीरिया के लोग ईद के मौके पर भी अंधेरे और संकट में ही जश्न मनाने को मजबूर होंगे.
आखिर कब मिलेगी राहत?
सीरिया में बिजली संकट का समाधान आसान नहीं है. तेल के क्षेत्र बुरी तरह से नुकसान में हैं और लंबे संघर्ष के कारण जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को फिर से खड़ा करना मुश्किल हो रहा है. हालांकि, सीरिया सरकार ने उत्तर-पूर्वी प्रांतों में कुर्द-प्रभुत्व वाले क्षेत्रों से तेल लेने का समझौता किया है, जिससे स्थिति में थोड़ा सुधार हो सकता है, लेकिन इस सबके बावजूद, देश की अर्थव्यवस्था और आम जनता की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं.