छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद से बांग्लादेश में तनाव का माहौल है. अब तक हादी के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. इस बीच ढाका यूनिवर्सिटी में शेख मुजीबुर रहमान हॉल का वास्तविक नाम बदलकर 'उस्मान हादी हॉल' कर दिया है. हॉल के बाहर लगे नेमप्लेट को हटाकर वहां हादी के नाम का नेमप्लेट लगा दिया गया है.

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स्थानीय मीडिया के अनुसार, जब हादी को 12 दिसंबर को गोली लगी थी, उसी समय कई छात्रों को बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की एक ग्रैफिटी म्यूरल (वॉल आर्ट) पर पेंट करते देखा गया था. इस वॉल आर्ट को इस हॉल की मेन बिल्डिंग पर खास तौर पर लगाया गया था.

बांग्लादेशी अखबार की रिपोर्ट

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बांग्लादेशी अखबार द ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ढाका यूनिवर्सिटी सेंट्रल स्टूडेंट्स यूनियन (DUCSU) के सांस्कृतिक मामलों के सचिव मुसद्दिक इब्न अली मोहम्मद ने बताया था कि शनिवार रात करीब 9:30 बजे क्रेन की मदद से हॉल की नेमप्लेट हटा दी जाएगी. बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, स्थिति देखने से पता चला कि हॉल का असली नाम मिटाने का काम रात करीब 9:45 बजे शुरू हुआ था. बाद में, रात करीब 11:15 बजे, शेख मुजीबुर रहमान की ग्रैफिटी म्यूरल पर पेंट करने की कोशिशें शुरू की गईं.

मोहम्मद यूनुस ने समर्थकों को भरोसा दिलाया

इस सिलसिले में जब पूछा गया कि क्या हॉल काउंसिल ने नेमप्लेट हटाने और दीवार पर बनी पेंटिंग को मिटाने के लिए आधिकारिक तौर पर अनुमति ली थी तो हॉल काउंसिल के वाइस प्रेसिडेंट मुस्लिमुर रहमान ने मीडिया को बताया, "छात्रों ने इसे हटाने की मांग की थी. इसलिए, हम छात्रों के फैसले के आधार पर इसे हटा रहे हैं." इस बीच, मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने मारे गए कट्टरपंथी नेता के आदर्शों को बनाए रखने और आगे बढ़ाने का वादा किया है. यूनुस ने समर्थकों को भरोसा दिलाया है कि हादी का विजन उनकी मौत के बाद भी जारी रहेगा. वह हादी के सपने को पूरा करेंगे.

हत्यारों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई

बता दें, इस हादी के हत्यारों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, इसे लेकर उनके समर्थकों में काफी गुस्सा है. हादी के समर्थकों और इकबाल मंच ने यूनुस की अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर रविवार शाम तक हादी के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो भारी संख्या में लोग इकट्ठा होंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे.

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