Australian Journalist Case : भारतीय चुनावों को कवर करने का ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार का मामाला अमेरिका तक पहुंच गया. इस पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार को भारतीय आम चुनावों को कवर करने की अनुमति नहीं देने के दावे किए गए थे. इस पर अमेरिका ने कहा कि यह देश तय करेगा कि किन विदेशी नागरिकों को प्रवेश की अनुमति दी जाए या नहीं. चाहें वह अल्पकालिक यात्री हो या अंतरराष्ट्रीय पत्रकार के रूप में. अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने उनसे सवाल पूछा. पूछा गया कि ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस के वीजा को रिन्यू करने से इनकार करने के आरोप पर आपका क्या कहना है. पटेल ने कहा, भारत सरकार अपनी वीजा नीति के बारे में बात कर सकती है. यह ऐसा मामला नहीं है, जिसे मैं यहां से आगे बढ़ाने जा रहा हूं. उन्होंने स्वतंत्र प्रेस की भूमिका पर भी जोर दिया. 


पटेल ने कहा, हम स्पष्ट कर चुके हैं कि लोकतंत्र के ताने-बाने में प्रेस की आजादी अभिन्न भूमिका निभाती है. हम यहां आते हैं और नियमित रूप से सवाल लेते हैं, लेकिन मैं इस मुद्दे को भारत के अधिकारियों पर छोड़ता हूं. ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी ने दावा किया कि उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों को कवर करने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. रिपोर्ट में दावा किया गया उनके दावे सही नहीं हैं। 


वीजा बढ़ाने का दिया गया था आश्वासन !
सूत्रों ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया प्रसारण निगम की दक्षिण एशिया पत्रकार अवनी को वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया गया था. उनके अनुरोध पर अवनी को आश्वासन दिया गया कि आम चुनावों के कवरेज के लिए उनका वीजा बढ़ाया जाएगा. अवनी के चुनाव को कवर करने की अनुमति न होने के दावे भी तथ्यात्मक रूप से गलत हैं. बूथ के बाहर चुनाव गतिविधियों को कवर करने की अनुमति सभी वीजा-धारक पत्रकारों को है.