मालदीव घूमने जा रहे अपने नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया ने खास चेतावनी दी है. ऑस्ट्रेलिया ने आशंका जताई है कि मालदीव में हिंसक प्रदर्शन हो सकते हैं इसलिए जो भी लोग गर्मियों में मालदीव जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, वे हाई-अलर्ट पर रहें. गर्मियों के मौसम में बड़ी संख्या में दुनियाभर से टूरिस्ट मालदीव घूमने के लिए जाते हैं, जिनमें भारतीय भी काफी ज्यादा हैं. इंडियन सिलेब्रिटी से लेकर आम नागरिक तक और कपल हनीमून के लिए अक्सर मालदीव ही जाते हैं.
स्काई न्यूज के अनुसार फॉरन अफेयर्स एंड ट्रेड विभाग की सरकारी वेबसाइट स्मार्टट्रैवलर ने नागरिकों के लिए एक चेतावनी जारी कर उन्हें सतर्क रहने को कहा है. मालदीव में सिविल अनरेस्ट या देश के अंदर नागरिकों में अशांति और आतंकवाद के खतरे को देखते हुए यह वॉर्निंग जारी की गई है.
स्मार्टट्रैवलर ने अपनी वेबसाइट पर उन 76 देशों की लिस्ट में मालदीव को रखा है, जो सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित नहीं हैं. इनमें ब्रिटेन, फ्रांस, इंडोनेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, मेक्सिको, साइप्रस और केन्या जैसे देश शामिल हैं.
स्मार्टट्रैवलर की तरफ से कहा गया कि ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को मालदीव में हिंद महासागर आईलैंड में जाने से बचना है. उन्होंने कहा कि ऐसे इलाकों मे हिंसक प्रदर्शन हो सकते हैं. माले और अन्य बड़ी आबादी वाले आईलैंड में सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन और अन्य कार्यक्रम हो सकते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे और इस दौरान हिंसक घटनाएं हो सकती हैं.
स्मार्टट्रैवलर ने एडवाइजरी में नागरिकों से ऐसे इलाकों से दूर रहने के लिए कहा है और मालदीव प्रशासन की सलाह मानने को भी कहा है. हालांकि, एडवाइजरी में कहा गया कि रिसॉर्ट और होटल को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन आतंकी घटनाएं देश में कहीं भी हो सकती हैं. एडवाइजरी के अनुसार आतंकी हमलों के निशाने पर सरकारी संस्थान ही होने की संभावना है, जहां पर्यटक अक्सर नहीं जाते हैं.
स्मार्टट्रैवलर ने पिछले कुछ सालों में हुई आतंकी घटनाओं को देखते हुए एडवाइजरी में ये बदलाव किए हैं. साल 2020 में मालदीव में एक ऑस्ट्रेलियाई और चीनी नागरिक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. उसी साल मार्च में लामू गान आईलैंड में आगजनी की घटना हुई थी. मई, 2021 में मालदीव की राजधानी में बम धमाका भी हुआ था, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति घायल हो गए थे.