पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें वह एक बार फिर पाकिस्तान सरकार और आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की पोल खोलते सुनाई दे रहा है. इलियास कश्मीरी ने कहा कि आसिम मुनीर ने सेना से टॉप अधिकारियों को भारत के ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकिवादियों के जनाजे में शामिल होने का आदेश दिया था.
सेना मुख्यालय से दिया गया था निर्देश
जैश कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) ने वरिष्ठ कमांडरों को निर्देश दिया था कि वे मारे गए आतंकवादियों को सैन्य प्रोटोकॉल के तहत सम्मानित करें. इलियास कश्मीरी ने कहा, "सेना मुख्यालय से निर्देश दिया गया था कि मारे गए आतंकियों को अंतिम सलामी दी जाए और कोर कमांडरों को आदेश दिया कि वे जनाजे के जुलूस में वर्दी में रहें और पहरा दें."
'मसूद अजहर ने ही कराया संसद पर हमला'
एक अन्य वीडियो में इलियास कश्मीरी ने कबूल किया कि दिल्ली और मुंबई में आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड मसूद अजहर था. उसने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर दिल्ली संसद हमले और 26/11 मुंबई हमलों के पीछे का मास्टरमाइंड था. जैश कमांडर ने खुलासा किया कि बालाकोट और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने रहे हैं. उसने कहा कि इस धरती ने मसूद अजहर को पनाह दी है.
आतंकवाद को लेकर खोल दी पाकिस्तान की पोल
जैश कमांडर ने स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने बहावलपुर में हमला किया, जिसमें मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य भी मारे गए. आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की पोल खोलते हुए इलियास कश्मीरी ने कहा, "आतंकवाद को गले लगाते हुए, हमने इस देश की सीमाओं की रक्षा के लिए दिल्ली, काबुल और कंधार तक युद्ध लड़ा. अपना सब कुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को बहावलपुर में भारतीय सेना ने मौलाना मसूद अजहर के परिवार को तहस-नहस कर दिया."
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