Solar Storm Warning: अमेरिका के वैज्ञानिकों ने खतरनाक सौर तूफान का अलर्ट जारी किया है. अमेरिका की एक प्रमुख खगोलीय एजेंसी ने बताया कि यह भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी पर विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को प्रभावित कर सकता है. एजेंसी ने इस वॉर्निंग को गंभीर श्रेणी का बताया है. इस तूफान से होने वाले असर को जी4 जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म वॉच के रूप में बताया गया है. इसकी वजह से पावर ग्रिड, संचार नेटवर्क और सैटेलाइट समेत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में समस्या आ सकती है. 


दरअसल, अमेरिका की नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने इस सौर तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है, क्योंकि एजेंसी को बाहरी अंतरिक्ष में एक शक्तिशाली सौर तूफान के बारे में पता चला है. अमेरिकी एजेंसी ने बताया कि इस तूफान का जीपीएस सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है. NOAA का मौसम पूर्वानुमान केंद्र (SWPC) 8 मई से शुरू हुई सौर ज्वालाओं और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के बाद सूर्य की निगरानी कर रहा है. अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार 10 मई की शाम तक के लिए यह वॉर्निंग रहेगी. यदि अधिक सौर विस्फोट हुआ तो भू-चुंबकीय तूफान की स्थिति पूरे सप्ताह बनी रह सकती है.


पृथ्वी की तरफ आती दिखी सौर ज्वालाएं
वैज्ञानिकों के मुताबिक 8 मई के बाद से कई सौर ज्वालाएं और कोरोनल मास इजेक्शन देखे गए थे, 
जिसके बाद नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने अलर्ट जारी किया. एजेंसी ने बताया कि सूर्य काफी बड़ा है और इसपर कई धब्बे हैं, जिन्हें सनस्पॉट कहा जाता है. वैज्ञानिकों ने बताया कि बुधवार को सनस्पॉट से कई मजबूत सौर ज्वालाएं निकली हैं. इनमें से कम से कम 5 ज्वालाएं कोरोनल मास इजेक्शन यानी सीएमई थी. ये सभी पृथ्वी की तरफ आती दिखी हैं. वैज्ञानिकों ने बताया कि सूर्य से निकलने वाले तूफानों से पृथ्वी के लिए कोई खतरा न हो, इसके ध्यान में रखकर निगरानी की जा रही है.  


सौर तूफान कितना खतरनाक ?
NOAA की चेतावनी में बताया गया है कि हमारे ग्रह की तरफ आने वाले भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी की कक्षा और पृथ्वी की सतह पर भारी नुकसान कर सकते हैं. ये तूफान नेविगेशन, रेडियो और सैटेलाइट संचालन को प्रभावित कर सकते हैं. इसके अलावा इंटरनेट आउटेज के लिए भी ये खतरनाक हो सकते हैं, ऐसे में पूरी दुनिया का आधुनिक संचार सिस्टम बाधित हो सकता है. 


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