सोशल मीडिया पर 3I/ATLAS नाम के एक रहस्यमयी धूमकेतु की चर्चा इन दिनों जोरों पर है. ये नई खोजी गई चीज कई प्लेटफ़ॉर्म पर ट्रेंड कर रही है. यहां तक कि लोग एलियन मीम्स भी पोस्ट कर रहे हैं. चिली में नासा के एटलस टेलीस्कोप ने इसे सबसे पहले 1 जुलाई 2025 को खोजा था. इसकी कक्षा हाइपरबोलिक है, इसका मतलब है कि यह गुजर जाएगा और कभी लौटकर नहीं आएगा.
यह धूमकेतु गुरुवार (30 अक्तूबर) को सूर्य के सबसे करीब रहा. इस दौरान सूर्य की गर्मी से इसकी बर्फीली सतह पिघल गई. इससे एक चमकदार धुंधला आवरण और एक लंबी पूंछ बन गई. 3I/ATLAS हर साल देखे जाने वाले हजारों धूमकेतुओं से अलग दिखाई दिया. चूंकि ये सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से बंधा नहीं है, यह किसी दूसरे तारामंडल से आया धूमकेतु है.
3I/ATLAS हमारे सौरमंडल से गुजरने वाला तीसरा धूमकेतु 60 किमी प्रति सेकंड से ज्यादा की स्पीड से ट्रैवल करते हुए 3I/ATLAS हमारे सौरमंडल से गुजरने वाला अब तक का तीसरा अंतरतारकीय पिंड है. इससे पहले 2017 में Oumuamua और 2019 में 2I/Borisov देखा गया था. दुनियाभर के वैज्ञानिकों की नजर इस धूमकेतु पर है. वैज्ञानिक अंतरिक्ष सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए इस पर लगातार नजर रख रहे हैं. सूर्य के करीब से गुजरने के बाद अब यह 19 दिसंबर 2025 को पृथ्वी के सबसे करीब आएगा.
ब्रह्मांड के कई अनसुलझे रहस्यों से उठ सकता है पर्दा नासा के मुताबिक, इस धूमकेतु के व्यवहार से ब्रह्मांड के कई अनसुलझे रहस्यों से पर्दा उठ सकता है. इस धूमकेतु को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एटलस टेलीस्कोप ने खोजा था. यह अपने दुर्लभ गुणों, जैसे ऐंटी टेल और कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता के चलते वैज्ञानिकों के लिए रहस्य बना है.
इसके टकराने का कोई खतरा नहीं नासा के मुताबिक, सूर्य और धरती के करीब से गुजरने के बाद भी इसके टकराने का कोई खतरा नहीं है. इससे पहले सौर मंडल में बाहर से आने वाले Oumuamua और 2I/Borisov धूमकेतु थे. हालांकि, वैज्ञानिकों की पकड़ में 3I/ATLAS धूमकेतु जल्दी आ गया. ये भी पढ़ें