Diego Tortoise:  लैटिन अमेरिकी देश इक्वावाडॉर में रहने वाला डिएगो कछुआ बहुत ही फेमस है. इस कछुए का इस्तेमाल विशाल चेलोनोइडिस हुडेंसिस प्रजाति के कछुए को बचाने के लिए किया गया है. चेलोनोइडिस हुडेंसिस के कछुए विलुप्त होने की कगार पर आ चुके थे. इसी दौरान इस तरह के प्रजाती को बचाने के लिए एक प्रोग्राम चलाया गया, जिसमें चेलोनोइडिस हुडेंसिस के लिए गलापागोस द्वीप के कछुए की जरूरत थी.

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बच्चे पैदा करने के मुहिम में डिएगो का बहुत बड़ा हाथ रहा. इसने अकेले 800 बच्चे पैदा करने में सफलता हासिल की. अभी इसकी उम्र 100 साल है. पूरे धरती में साल 1960 में चेलोनोइडिस हुडेंसिस प्रजाति के सिर्फ 15 कछुए ही बच गए थे. 

डिएगो का रिटायर कर दिया गयाचेलोनोइडिस हुडेंसिस के कछुए को बचाने के क्रम में डिएगो को शामिल किया गया था. इस पूरे प्रोग्राम के तहत कुल 2000 बच्चे को पैदा करने का लक्ष्य रखा गया था. डिएगो ने कुल बच्चो कि संख्या का 40 फीसदी हिस्सेदारी रही. करीब 50 साल पहले डिएगो के साथ और 15 कछुए को बच्चा पैदा करने के प्रोग्राम में शामिल किया गया था. चेलोनोइडिस हुडेंसिस के प्रजनन सेंटर को फाउस्‍तो लल्‍लेरेना सेंटर में पिछले कई दशकों से चलाया जा रहा था. डिएगो को साल 2020 में रिटायर कर दिया गया है. 

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युग का अंत करार दिया था.चेलोनोइडिस हुडेंसिस के कछुए की संभावित उम्र 200 साल तक की होती है. इस हिसाब से डिएगो रिटायर होने के बावजूद एक यंग कछुए के कैटेगरी में शामिल है. डिएगो कछुए का वजन करीब 80 किलो है. इसकी लंबाई 35 इंच है, पूरी तरह से खड़ा कर देने पर ये 5 फुट का हो जाता है. डिएगो कछुए को 11 जनवरी 2020 को रिटायर करके एक वीरान द्वीप पर छोड़ दिया गया था. इक्‍वाडोर के पर्यावरण मंत्री ने इसे युग का अंत करार दिया था. ये अब बच्चे पैदा करने वाले प्रोग्राम में शामिल नहीं रहा.

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