नई दिल्ली: इतिहास के पन्नों में 24 अक्टूबर दिन बेहद खास है. आज ही के दिन साल 1921 में देश के सबसे चर्चित और सम्मानित कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण का जन्म हुआ था. ‘‘कॉमन मैन’’ के जरिए देश के ज्वलंत मुद्दों को लकीरों ही लकीरों में बेहद व्यंग्यात्मक शैली में पेश करने में लक्ष्मण को महारत हासिल थी. इसके साथ ही 1945 में में आज के दिन संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई थी.
देश दुनिया के इतिहास में 24 अक्टूबर की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1605: अकबर के निधन के बाद शहजादा सलीम ने मुगल सल्तनत की बागडोर संभाली. इतिहास में उन्हें जहांगीर के नाम से जाना जाता है.
1777: बहादुर शाह जफर का जन्म. अंतिम मुगल बादशाह को एक राजा से ज्यादा एक शायर, संगीतकार और कैलिग्राफर के तौर पर याद किया जाता है. जफर को अपने वतन की ‘‘दो गज जमीन’’ नसीब नहीं हुई और उन्होंने रंगून:अब यांगून: में अंतिम सांस ली.
1851: कोलकाता और डायमंड हार्बर के बीच पहली आधिकारिक टेलीग्राफ लाइन की शुरूआत
1914: आजाद हिंद फौज की अधिकारी और महान स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मी सहगल का जन्म.
1945: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया के बहुत से देशों ने शांति और सद्भावना कायम करने के लिए एक संगठन की स्थापना का विचार रखा और इस दिशा में समन्वित प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र की स्थापना का विचार मूर्त रूप ले पाया. संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र तैयार किया गया और इसे 24 अक्टूबर 1945 को लागू किया गया. 24 अक्टूबर को प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.
1975: एक अध्यादेश के जरिए भारत में बंधुआ मजदूरी को समाप्त किया गया.
1984: भारत की पहली मेट्रो रेल सेवा की शुरूआत. पहली मेट्रो कोलकाता में चलाई गई और बाद में यह राजधानी दिल्ली सहित देश के अन्य शहरों में परिवहन के एक प्रमुख साधन के तौर पर सामने आई.
1997: केरल में शिक्षण संस्थाओं में रैगिंग पर रोक लगाई गई. बाद में शैक्षणिक संस्थानों में फैली इस बुराई पर देशभर में रोक लगाई गई और इसके खिलाफ बाकायदा अभियान चलाया गया.
2001: स्विटरलैंड में गोथार्ड रोड की सुरंग के भीतर दो वाहनों के बीच आमने सामने की टक्कर होने से आग लग गई. अपनी तरह की इस अलहदा घटना में दस लोगों की मौत हो गई.
2003: ब्रिटेन ने सुपरसोनिक यात्री विमानों को विदाई दी. इस श्रेणी के अंतिम विमान ने हीथ्रो हवाई अड्डे से उड़ान भरी. लोगों ने भावुक बिदाई दी. फ्रांस ने इसी वर्ष मई में इस श्रेणी के विमानों को विदाई दी थी.