हरिद्वार: अभी हाल में ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम बदलकर 'प्रयागराज' कर दिया था. इलाहाबाद का नाम बदलने पर कई लोगों ने उन पर सवाल उठाए थे. विपक्षी दलों ने भी योगी आदित्यनाथ के इस फैसले की खूब आलोचना की थी. इन्हीं आलोचनाओं का जवाब योगी आदित्यनाथ ने आज हरिद्वार के एक कार्यक्रम में दिया. उन्होंने कहा, "कुछ लोग कह रहे थे कि इलाहाबाद का नाम क्यों बदल दिया? नाम से क्या होता है? तो मैंने कहा- नाम का बहुत महत्व होता है. तुम्हारे मां-बाप ने तुम्हारा नाम रावण और दुर्योधन क्यों नहीं रख दिया?"
सीएम योगी ने कार्यक्रम में ये भी कहा कि भारत में सबसे अधिक नाम 'राम' से जुड़ते हैं और अनुसूचित समाज में सबसे अधिक नाम कोई जुड़ा है तो वो 'राम' हैं. हर व्यक्ति अपने साथ राम को जोड़ता है. उन्होंने कहा कि आज हमारी संस्कृति का बुरा हाल है. अगर हम पाश्चात्य परंपरा के पीछे भागने के बजाय भारतीय परंपरा को संजोते तो आज ये स्थिति नहीं होती.
अक्टूबर में बदला था इलाहाबाद का नाम योगी आदित्यनाथ काफी समय से इलाहाबाद का नाम बदलने के पक्ष में थे. सीएम चाहते थे कि कुंभ मेले से पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया जाए. इसके लिए उन्होंने कैबिनेट में अर्जी भी दी थी. जिसके बाद कैबिनेट ने 16 अक्टूबर को इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था.
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