मुंबई: भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को अपनी दुर्दशा के संदर्भ में गैर प्रासंगिक पारिवारिक विवाद में कोई रूचि नहीं है और एसपी की अंदरूनी उठा-पठक ने सभी के लिए और स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में बीजेपी ही एकमात्र विकल्प है.

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘‘एसपी तीखे पारिवारिक विवाद में उलझी है जिसमें लोगों की रूचि नहीं है क्योंकि इसका अक्षम सरकार के चलते उत्पन्न उनकी वर्तमान समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है. लोग जानते हैं कि यह बस राजनीतिक नाटक है और उनका ध्यान भावी पीढ़ियों के भविष्य में सुधार पर होना चाहिए.’’

नकवी यहां महाराष्ट्र राज्य हज समिति के मरम्मत किए गए कार्यालय का उद्घाटन करने आए थे. उन्होंने कहा, ‘‘हम आश्वस्त हैं कि लोग राज्य में इस भ्रमित पार्टी की सरकार को खारिज कर देंगे और ऐसी सरकार को पसंद करेंगे जो उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग्य नेतृत्व में विकसित होते देखना चाहती है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हाल तक, (उत्तर प्रदेश में) बीजेपी ही एकमात्र विकल्प थी लेकिन अब लोगों यह स्पष्ट रूप से नजर आने लगा है कि बीजेपी का कोई विकल्प है ही नहीं.’’

समाजवादी पार्टी की आपसी लड़ाई का BJP को होगा फायदा: रामदास अठावले

रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (ए) के प्रमुख तथा सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के भीतर आपसी कलह का लाभ भारतीय जनता पार्टी को होगा. अठावले ने शनिवार को रायपुर में कहा कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और बेहतर काम करने के कारण यहां बार बार सत्ता में आ रही है. वहीं कांग्रेस यहां आपस में लड़ रही है. उत्तर प्रदेश में भी लगभग यही हाल है. वहां समाजवादी पार्टी आपस में लड़ रही है जिसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा.

उन्होंने यह भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए उनकी पार्टी दलित वोटों को बीजेपी के पक्ष में कर सकती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा के चुनाव में आरपीआई (ए) और बीजेपी के मध्य गठबंधन को लेकर उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की है. यदि दोनों पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ती है तब दलित वोटों का लाभ उन्हें मिल सकता है.

यूपी में केवल मायावती का ही दलित वोटों पर अधिकार नहीं अठावले ने कहा कि उत्तर प्रदेश में केवल मायावती का ही दलित वोटों पर अधिकार नहीं है. यहां आरपीआई भी है. आरपीआई बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की वास्तविक पार्टी है. यदि आरपीआई बीजेपी के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ती है तब पार्टी (आरपीआई) 15 से 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. लेकिन यदि चुनाव मैदान में अकेले उतरती हैं तब पार्टी 150 से 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि जीत के बाद वह अपना समर्थन बीजेपी को ही देंगे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के बीच खाई पाटने के लिए अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ में वर्ष 2015-16 में केवल 170 अंतरजातीय विवाह हुए है. वहीं वर्ष 2013-14 में 90 तथा वर्ष 2014-15 में 80 अंतरजातीय विवाह हुए हैं. इनमें से ज्यादातर लोगों ने प्रेम विवाह किया है. अठावले ने कहा कि राज्य सरकार अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करे. इस संबंध में वह जल्द ही मुख्यमंत्री रमन सिंह को पत्र लिखेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहन देने के लिए ऐसे जिलों को 25 करोड़ रूपए का विशेष अनुदान दिया जाना चाहिए जहां सबसे ज्यादा अंतरजातीय विवाह हुए हैं. वहीं अंतरजातीय विवाह करने वाले युगल में से एक को सरकारी नौकरी और यदि वह ग्रामीण क्षेत्रों से हैं तब उन्हें पांच एकड़ जमीन और पांच लाख रूपए देने चाहिए.

मराठा, जाट पटेल और ब्राम्हणों को आरक्षण का लाभ विभिन्न जातियों द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर पूछे गए सवाल पर अठावले ने कहा कि वर्तमान में आरक्षण 49.5 फीसदी है. मराठा, जाट पटेल और ब्राम्हणों को आरक्षण का लाभ देते हुए इसे 75 फीसदी तक किया जाना चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मराठा महाराष्ट्र में, पटेल गुजरात में, जाट राजस्थान में तथा ब्राम्हण अन्य क्षेत्रों में अपने लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं. उन्हें आरक्षण का लाभ देने के लिए उन्होंने (अठावले ने) संविधान में संशोधन करने की मांग की है. यदि आरक्षण 50 फीसदी से 75 फीसदी किया जाएगा तब वर्तमान कोटा अप्रभावित रहेगा तथा अन्य लोगों को भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा. अठावले ने इस दौरान नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को गरीबों के कल्याण में लिया फैसला कहा है.