आगरा/मुजफ्फरनगर/गोरखपुर:  उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अवैध बूचड़खानों पर हुई कार्रवाई का असर महीने भर बाद भी दिख रहा है. आगर, मुजफ्फरनगर और गोरखपुर में मीट का कारोबार ठप्प हो गया है. हालात यह है कि अब तक कई जगहों पर अवैध दुकानें खुल नहीं पाई हैं.


ताज नगरी आगरा का हाल-


आगरा अपने नॉनवेज जायके के लिए भी मशहूर रहा है. लेकिन अवैध बूचड़खाने पर कार्रवाई के बाद से मीट का कारोबार यहां एकदम ठप्प है. मीट की दुकानों पर ताले लगे हैं. नॉनवेज के सहारे चलने वाली दुकानों में अब बिरयानी बिक रही है. दुकानों पर ग्राहक घटे तो कुछ जगह कर्मचारियों को नौकरी से हटाना पड़ा है.



नियमों के मुताबिक जारी किया जाएगा लाइसेंस


शहर में करीब 150 मीट की दुकानें थीं. ये सभी दुकानें अब पूरी तरह बंद हैं. दुकान मालिक लाइसेंस के लिए दौड़ रहे हैं, लेकिन मानकों पर खरा उतरना आसान नहीं हैं. ऐसे में मीट कारोबारी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं प्रशासन का कहना है कि लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं और नियमों के मुताबिक ही लाइसेंस जारी किया जाएगा.


मुजफ्फरनगर में भी मीट का कारोबार ठप्प


योगी सरकार बनने के बाद से मुजफ्फरनगर में मीट का कारोबार ठप्प है. बूचड़खाना ना चलने से मीट की सभी दुकानें बंद हैं. हाजी गुलनाद नाम के एक शख्स का दावा है कि बूचड़खानों पर कार्रवाई के बाद अब वो दूध के बिजनेस में उतर गए हैं. लेकिन बाकी मीट के कारोबारियों के साथ ऐसा नहीं हैं. अधिकतर बूचड़खानों या गोश्त का व्यापार करने वालों कमेलों पर ताले लटके हैं.



मीट कारोबारी और मजदूर दोनों गिना रहे हैं अपनी-अपनी परेशानियां


मीट की दुकानों की हालत भी अलग नहीं है. लाइसेंस ना होने से अधिकतर मीट की दुकानें बंद पड़ी हैं. मीट कारोबारी और मजदूर दोनों अपनी परेशानियां गिना रहे हैं.


योगी सरकार से सभी बूचड़खाने और मीट कारोबारी गुहार लगा रहे हैं कि लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया तेज की जाए ताकि वो अपना काम फिर से शुरू कर पाएं. एक महीने बाद मुजफ्फरनगर में योगी सरकार के फैसले का असर दिख रहा है हालांकि प्रशासन के तौर तरीकों से लोग नाराज नजर आए.


गोरखपुर के कारोबारी सीएम योगी से लगा रहे मदद की गुहार


अवैध बूचड़खानों पर एक्शन के सीएम योगी के फैसले से गोरखपुर में भी मीट दुकानें बंद पड़ी हैं. हालांकि यहां मीट कारोबारी योगी आदित्यनाथ से ही मदद की उम्मीद कर रहे हैं.



गोरखपुर के बक्शीरपुर में 11 और शहर में लगभग 200 गैर लाइसेंसी बूचड़खानों और मीट की दुकानें बंद पड़ी हैं. लेकिन गोरखपुर के मीट कारोबारियों को उम्मीद है कि देर भले लग जाए पर योगी आदित्यनाथ उनकी रोटी रोटी बंद नहीं होने देंगे.