देवरिया:  यूपी सरकार ने गोरखपुर के अस्पताल में हुई बच्चों की मौत से क्या कोई सबक नहीं सीखा? ये सवाल इसलिए क्योंकि गोरखपुर से सटे देवरिया के जिला अस्पताल में ऑक्सीजन होते हुए भी उसकी सप्लाई बंद होने का खतरा मंडरा रहा है.


जानें, BRD अस्पताल से योगी सरकार ने क्यों की डॉ कफील खान की छुट्टी?


दरअसल, जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई का काम संभालने वाले कर्मचारियों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है और वो काम बंद करने की चेतावनी दे रहे हैं. देवरिया जिला चिकित्सालय के पीडियाट्रिक आईसीयू में पुष्पा सेल्स का अनुबन्ध 31 मार्च को समाप्त हो जाने के बाद यहां के आक्सीजन प्लांट रूम आपरेटर भगवान भरोसे काम कर रहे है.



अस्पताल के आपरेटर्स को पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. इनका कहना है जल्द ही भुगतान नही हुआ तो वे कभी भी काम करना बंद कर सकते है. लिहाजा अस्पताल में आक्सीजन की आपूर्ति तो है लेकिन इसे संचालित करने वाले आपरेटर कभी भी काम छोड़ सकते है,जिसका खामियाजा मासूमों को भुगतना पड़ सकता है.


गौरतलब है कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति अस्पताल प्रशासन करता है, लेकिन उसके बाद का सारा टेक्निकल (मानव संसाधन का अनुबंध) काम पुष्प सेल्स प्राइवेंट लिमिटेड का था. इनका 31 मार्च को अनुबन्ध खत्म हो गया, लेकिन उनके कर्मचारियों को अस्पताल प्रशाशन सेलरी देने का आश्वासन देकर पांच महीने से काम करा रही है. अभी तक उन्हें पेमेंट नहीं किया गया, जिसके चलते वे परेशान हैं. यहां पांच कर्मियों का स्टाफ है.