लखनऊ: योगी आदित्यनाथ ने आज अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठकर उत्तर प्रदेश के विकास का मंत्र दिया. योगी ने आज विधानसभा में भी कहा कि हमें 22 करोड़ जनता के बारे में सोच समझकर काम करना है, लेकिन इन बयानों के बीच योगी के सपनों का उत्तर प्रदेश कैसे तैयार हो रहा है क्या है योजनाएं. ये आपको बताते हैं.


छोटे फैसलों और बड़े फैसलों के बीच योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बारह दिन बाद आज पहली बार विधायकों की बैठक बुलाई. योगी ने विधायकों को प्रदेश का विकास और खुद के व्यवहार पर ध्यान का मंत्र दिया.


योगी का मास्टर प्लान


योगी ने प्रदेश की सूरत बदलने के लिए पूरा मास्टरप्लान तैयार किया है और विधायकों के साथ बैठक तो उसकी बानगी भर थी. 300 से ज्यादा विधायकों के साथ बैठक में योगी ने विधायकों को समझाया-




  • विधायकों को सरकारी गाडी, सरकारी मकान और गनर के लिए पैरवी नहीं करनी है.

  • विधायकों को काम करना और काम कराना है. ठेकेदारी नहीं करनी है.

  • सादगी और शालीनता से रहना है और सरकारी घर को सरकारी पैसे से लग्जरी नहीं बनाना है.

  • विधायक के परिवार के लोग सरकारी काम में और सरकारी अफसरों पर अपने रुतबे का रौब नहीं डालेंगे.

  • अधिकारियों से फोन पर बात करने में शालीनता बरतनी है.

  • विधायकों को जनता के बीच बने रहना है और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है.

  • जाति, धर्म के नाम पर किसी से भेदभाव नहीं करना है.

  • विकास के काम के लिए विधायक कभी भी मुझसे या मंत्री से से मिल सकते हैं.

  • और विधायक जो भी करेंगे उस पर योगी खुद नजर रखेंगे.


योगी अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा छोटे-बड़े फैसले ले चुके हैं. इस पहली क्लास का नतीजा ये निकला कि मोदी जी ने देश के लिए जो किया है, वही उत्तर प्रदेश के लिए योगी कर रहे हैं. मोदी भी ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए किसी को फोन न करने की हिदायत दे चुके हैं और अब योगी ने साफ कर दिया है कि जनता ने सेवा के लिए चुना है ना कि वीवीआईपी बनने के लिए. योगी खुद प्रदेश की हालत सुधारने के लिए इलाज में जुटे हैं और यही उम्मीद अपने विधायकों से भी कर रहे हैं.


योगी ने आज विधानसभा में भी पहला भाषण दिया. विधायकों को यहां भी नसीहत दी कि विपक्ष को ऐसा नहीं लगना चाहिए कि उनके साथ कोई भेदभाव हो रहा है. लोकतंत्र में कहीं भी न लगे कि भेदभाव है क्योंकि हम विपक्ष में है. सदन को आश्वस्त करता हूं कहीं भी सरकार इस प्रकार की बात को सामने नहीं आने देगी.