इलाहाबाद: यूपी विधानसभा चुनाव में वोटरों को ज़्यादा से ज़्यादा मतदान के लिए जागरूक करने के मकसद से संगम के शहर इलाहाबाद में आज "रन फॉर वोट" का आयोजन किया गया. सात किलोमीटर की इस दौड़ में छोटे- छोटे बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक ने हिस्सा लिया और शहर के लोगों को हर हाल में वोटिंग करने के लिए प्रेरित किया. इस मौके पर वहां मौजूद लोगों को हर हाल में मतदान करने व दूसरे लोगों को भी जागरूक करने की शपथ दिलाई गई.
खुसरो बाग़ पर जाकर खत्म हुई यह दौड़
बृहस्पतिवार को इलाहाबाद में अनूठी दौड़ का आयोजन किया गया. रन फार वोट के तहत हुई इस दौड़ में तकरीबन दस हजार लोग शामिल हुए. दौड़ में जीतने वालों को ईनाम तो दिया गया, लेकिन इस दौड़ में शामिल लोगों के लिए जीत नहीं, बल्कि लोगों तक अपना संदेश पहुंचाना मकसद था. सात किलोमीटर की यह दौड़ चंद्रशेखर आज़ाद पार्क से शुरू होकर शहर के तमाम हिस्सों से होती हुई खुसरो बाग़ पर जाकर खत्म हुई.
इस दौड़ में अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ ही कई सरकारी और सामजिक संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए. अनूठी दौड़ शुरू होने से पहले आज़ाद पार्क पर मौजूद लोगों को हाथ उठवाकर वोट डालने व दूसरे लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया गया. इस दौड़ में महिलाओं ने भी बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया.
लोकतंत्र में एक-एक वोट की कीमत
दौड़ शुरू होने से पहले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये गए और गीतों के ज़रिये लोगों को मतदान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया. दौड़ ख़त्म होने के बाद इलाहाबाद के लोगों को वोट का महत्व बताया गया और उन्हें यह संदेश दिया गया कि लोकतंत्र में एक-एक वोट की कितनी कीमत होती है.
इलाहाबाद में यह अभियान इसलिए भी बेहद अहम है क्योंकि पिछले कुछ चुनावों में देश में जिन जगहों पर सबसे कम वोटिंग हुई है, उनमे इलाहाबाद भी शामिल है. उम्मीद की जा सकती है कि रन फार वोट के ज़रिये हुए जागरूकता कार्यक्रम से कम वोटिंग के लिए बदनाम इलाहाबाद में इस बार जबरदस्त वोटिंग कराएगी और संगम नगरी पर अपनी जिम्मेदारी से मुँह मोड़ने के लिए लगे दाग को जरूर धुल देगी.