गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर में रविवार को भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने के लिए आ रहे हैं. इस दौरान वे किसानों और नौजवानों के बहाने पूर्वांचल से लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकेंगे. यह पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वांचल से लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार की शुरुआत करेंगे. साल 2014 में लोकसभा चुनाव के पहले उन्होंने यहीं के मानबेला मैदान से किसानों और नौजवानों के साथ देश की जनता को साधा था. इस बार वे फिर यहां से रैली का आगाज कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले गोरखपुर के मानबेला मैदान से पूर्वांचल की पहली जनसभा से लोकसभा चुनाव का आगाज किया था. यहीं पर उन्होंने वर्षों से बंद पड़े फर्टिलाइजर को चुनाव जीतने के बाद शुरू करने का दंभ भरा था. इसी मानबेला मैदान पर उन्होंने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि कौन कहता है कि वह सिर्फ हिंदुओं के हितैषी हैं. जिस जमीन से वे भाषण दे रहे हैं, उस जमीन के ज्यादातर कास्तकार मुसलमान हैं. उन्होंने मेरी रैली के लिए यहां पर जगह दी है. यहीं पर उन्होंने 56 इंच का सीना होने का दंभ भरकर विपक्षी पार्टियों को चैलेंज दिया था. उसके बाद देश में मोदी की ऐसी लहर चली हर जगह भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों ने भारी मतों के अंतर से जीत का परचम लहराया. दुर्भाग्य ही होगा कि मोदी लहर में कोई भाजपा का प्रत्याशी चुनाव हार गया होगा.
जीत का यही टोटका आजमाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार फिर गोरखपुर आए हैं. लेकिन, पिछली बार की तरह मानमेला मैदान में नहीं, बल्कि साल 2016 में फर्टिलाइजर कैंपस के जिस ग्राउंड पर उन्होंने बहुत सारी घोषणाएं की थी, उसी मैदान से वे चुनावी बिगुल फूंक रहे हैं.
यहां पर भी वे किसानों के साथ नौजवान और हर वर्ग के लोगों के लिए कोई न कोई सौगात लेकर ही आ रहे हैं. यहां पर वे किसान निधि योजना के तहत के 12 करोड़ किसानों को लाभान्वित करेंगे. उनके खाते में ₹2000 की पहली किस्त भी चली जाएगी. इस योजना से प्रदेश के एक करोड़ 5 लाख किसानों को लाभान्वित किया जाएगा.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1100 करोड़ की लागत से कूड़ाघाट में बन रहे AIIMS की ओपीडी, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 69.87 करोड़ की लागत से बन रहे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बिल्डिंग, 10.7 7 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज में 50 बेड के पीजी मैरिड छात्रावास, 11.85 करोड़ की लागत से बन रहे 100 बेड के गर्ल्स हॉस्टल, 7.68 करोड़ की लागत से बन रहे 200 बंदियों की क्षमता वाले बैरक, 6.50 करोड़ की लागत से तैयार हो गोरखनाथ मंदिर की लाइट एंड साउंड शो, 386.73 करोड़ रुपए की लागत से मुंडेरवा चीनी मिल, 410 करोड रुपए की लागत से बने पिपराइच चीनी मिल का लोकार्पण करेंगे.
इसके साथ ही वे 4816 करोड़ की लागत से तैयार हुए आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस वे, 3100 करोड़ की लागत से बने गोरखपुर-कांडला LPG पाइपलाइन, 66 करोड़ की लागत से बने इलेक्ट्रिक लोको शेड का निर्माण, 123 करोड़ की लागत से पूर्वोत्तर द्वारा तैयार वाल्मिकी नगर खंड का विद्युतीकरण, 288.30 करोड़ की लागत से मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन निर्माण, 12.88 करोड़ के गोरखनाथ मंदिर विकास कार्य, 9.37 करोड़ की लागत से गोरखनाथ मंदिर परिसर में संग्रहालय की स्थापना और 7 करोड़ की लागत से मानसरोवर ताल और रामलीला मैदान के जीर्णोद्धार का शिलान्यास करेंगे.
इस बार देखना ये है कि विकास कार्यों के साथ वे किसानों, नौजवानों और आमजन के बीच चार साल के कार्यों को किस तरह से रखते हैं. इस आगाज से क्या फिर मोदी लहर आएगी. क्या वे इस टोटके से भाजपा की नैया पार लगाकर एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफल होंगे.