बाराबंकी: बाराबंकी के रामनगर के रानीगंज कस्बे में हुए शराब कांड से हुई मौतों के मामले में पुलिस ने देशी शराब ठेके के सेल्समैन सुनील जायसवाल को  गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस ने शराब की दुकान के मालिक समेत तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. अंदेशा जताया जा रहा है कि ये संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि कई लोगों की हालत काफी गंभीर है.

इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी, उत्पाद शुल्क अधीक्षक, 3 हेड कांस्टेबल और एक्साइज के 5 कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और पुलिस के 2 कांस्टेबल भी निलंबित किए गए हैं.

  1- विनय प्रताप उर्फ राजू सिंह पुत्र देवीदयाल 30 वर्ष कटेहरी 2- राजेश पुत्र सालिक राम 35 वर्ष अकोहरा घाघरा किनारे स्थित देवरिया गांव 3- रमेश कुमार पुत्र छोटेलाल 35 वर्ष निवासी रानीगंज 4- सोनू पुत्र छोटे लाल 25 वर्ष निवासी रानीगंज 5- मुकेश पुत्र छोटे लाल 28 वर्ष रानीगंज 6- छोटेलाल पुत्र घूरू 60 वर्ष रानीगंज 7- सूर्य भान पुत्र सूर्य बक्श निवासी पिपरी महार 8- राजेन्द्र वर्मा पुत्र जगमोहन निवासी उमरी 9-शिवकुमार 38 वर्ष अमराई भुंड 10- महेंद्र पुत्र दलगंजन ततहेरा 11- राम सहारे पुत्र मंशाराम यादव 20 वर्ष लोहारनपुरवा जुरौंदा 12- शिवकुमार उर्फ मुन्ना पुत्र श्रीराम यादव 45 वर्ष रानीगंज 13- महेश सिंह पुत्र कप्तान 45 वर्ष तेलवारी 14- रामस्वरूप पुत्र श्रीकेशन 55 वर्ष कजियापुर रामनगर लखनऊ में मौत उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने लखनऊ में कहा कि प्रकरण की जांच के लिये अयोध्या के मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और आबकारी विभाग के आयुक्त की टीम बनायी गयी है, जो विभिन्न पहलुओं की जांच करके 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देगी. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मामले की जांच के लिये गठित उच्च स्तरीय टीम अन्य पहलुओं के अलावा इस बात की भी जांच करेगी कि कहीं इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले भी हापुड़ और आजमगढ़ में हुई ऐसी घटनाओं में राजनीतिक साजिश सामने आयी है, लिहाजा जांच के दायरे में इस बिंदु को भी लाया गया है. सिंह ने कहा कि इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी शिव नारायण दुबे, हलक़ा आबकारी निरीक्षक राम तीरथ मौर्य, तीन आबकारी हेड कांस्टेबल और पांच सिपाहियों के साथ—साथ रामनगर के पुलिस क्षेत्राधिकारी पवन गौतम और थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह को भी निलम्बित कर दिया गया है. इस बीच, प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने  कहा कि यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि जिस शराब को पीने से लोगों की मौत हुई वह आबकारी विभाग के पंजीकृत विक्रेता के यहां से ली गई थी और उसमें संभवतः पहले से मिलावट की गई थी. आबकारी विभाग समय-समय पर पंजीकृत विक्रेताओं के यहां जांच करवाता रहता है ताकि शराब में किसी भी तरह की मिलावट ना होने पाए. ऐसे में यह मामला बेहद गंभीर है.

लखनऊ से सटे बाराबंकी के रामनगर इलाके में रानीगंज कस्बे के तीन भाई और उनके पिता की मौत हो गई. परिवार वालों का कहना है कि शराब पीने के बाद इन लोगों की तबियत बिगड़ गई. एक भाई की मौत घर पर ही हो गई जबकि दो भाईयों ने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दम तोड़ दिया.

पिता को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर के लिए रवाना किया गया लेकिन उन्होंने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया. परिवार वालों का कहना है कि इन लोगों ने सरकारी ठेके से शराब खरीदी थी.

इसके बाद 4 अन्य लोगों की मौत हो गई. अभी आधा दर्जन से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है. माना जा रहा है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है हालांकि डॉक्टर अपनी ओर से उन्हें बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.

बाराबंकी पुलिस अधीक्षक अजय साहनी और डीएम उदय भानु त्रिपाठी ने जांच शुरु कर दी है. एसओ रामनगर राजेश कुमार सिंह और सर्किल ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया गया है. आबकारी विभाग पर कार्यवाही के लिए डीएम एसपी ने शासन को रिपोर्ट भेजी है.

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बाराबंकी में शराब से हुई लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल मौके पर पहुंचकर प्रभावित व्यक्तियों को समुचित चिकित्सा मुहैया कराये जाने और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.

सीएम योगी ने प्रमुख सचिव आबकारी को घटना की जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है.