कानपुर: कानपुर में 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश की जोड़ी देखने को मिल सकती है. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव इस जोड़ी को मंच पर एक साथ देखना चाहते हैं. प्रसपा के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में हमारा गठबंधन होगा. लेकिन किससे होगा ये समय आने पर बताएंगे. शिवपाल ने गठबंधन की बात जरूर कही लेकिन इसकी तस्वीर अभी पूरी तरह से साफ नहीं है.

अगर सपा-प्रसपा एक साथ आते हैं तो चाचा भतीजे की जोड़ी दिखेगी जरूर पर अंतर ये होगा कि चाचा-भतीजे गठबंधन की गांठ से बंधे होंगे. शिवपाल सिंह यादव को राजनीति का माहिर खिलाड़ी माना जाता है. सपा की साईकिल की चाभी अभी शिवपाल सिंह यादव के हाथों में है. ऐसा राजनीति के जानकार कहते हैं.

बीते कुछ माह से ये अटकलें लगाई जा रही थी कि प्रसपा का सपा में विलय हो जाएगा. लेकिन शिवपाल यादव ने इन अटकलो पर विराम लगा दिया था.

बीते रविवार शाम को शिवपाल सिह यादव कानपुर पहुंचे. शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोसिऐशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चैबे ने 51 किलो का माला पहनाकर स्वागत किया. उन्होंने पाटी के पदाधिकरियों के साथ बैठक कर पार्टी के कार्यो की समीक्षा की. इसके साथ ही 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने की नसीहत दी.

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव से मुझे कोई मतलब नहीं है. हमारी पार्टी 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. हम लोग 2022 का चुनाव पूरी ताकत के साथ के लड़ेंगे. प्रसपा गठबंधन करेगी लेकिन ये समय आने पर बताएंगे.

गौरतलब है कि शिवपाल पिछले साल सपा से अलग हो गए थे और उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिह यादव कई बार सपा में वापसी से साफ इनकार कर चुके हैं. हालांकि उन्होंने गठबंधन की संभावना बनाए रखी है.

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