अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यहां से नेपाल के जनकपुर तक राम-जानकी मार्ग के निर्माण में तेजी लायी जाएगी. योगी ने यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाली प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली द्वारा हिंदुओं के इन दो पवित्र शहरों के बीच बस सेवा का उद्घाटन करने के एक दिन बाद कही. मुख्यमंत्री योगी भारत-नेपाल बस सेवा से अयोध्या पहुंचे नेपाली प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करने के लिए आये हुए थे. बस को प्रधानमंत्री मोदी और के पी शर्मा ओली ने नेपाल के जनकपुर से हरी झंडी दिखायी थी.

11 से घटकर सात घंटे हो जाएगा अयोध्या से जनकपुर का सफर

भगवान राम के जन्मस्थान अयोध्या को माता सीता के जन्मस्थान जनकपुर से जोड़ने वाला राम-जानकी मार्ग रामायण सर्किट का हिस्सा है जिसका उद्देश्य नेपाल और भारत में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है. नेपाली प्रतिनिधिमंडल में राजनीतिक नेता और अधिकारी शामिल थे और उन्हें उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग की एक पुस्तिका के जरिए इस सड़क के बारे में जानकारी दी गई. आदित्यनाथ ने कहा कि राम-जानकी रोड से उत्तर प्रदेश के अयोध्या और नेपाल के जनकपुर के बीच के सफर का समय 11 घंटे से घटकर सात घंटे हो जाएगा.

योगी ने कहा- भारत और नेपाल के संबंध अक्षुण्ण रहेंगे

योगी ने कहा , ‘‘ यह नेपाल और भारत की विरासत को जोड़ने के लिए मोदीजी का सर्वश्रेष्ठ प्रयास है. मैं इस सीधी बस सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं. दोनों सरकारें ( भारत और नेपाल ) मार्ग और समय तय करने के लिए समझौते को अंतिम रूप दे रही हैं. उन्होंने कहा कि भगवान राम की जनकपुर यात्रा के बाद से समय बदल गया और युग बदल गया लेकिन दोनों देशों के बीच के संबंध नहीं बदले. भारत और नेपाल के संबंध अक्षुण्ण रहेंगे. ’’

इस मौके पर नेपाल के प्रांतीय मंत्री सरोज कुमार कुशवाहा ने कहा कि राम और सीता के बीच का संबंध अटूट है और दोनों देशों को यह याद रखना चाहिए. नेपाल की एक अन्य प्रांतीय मंत्री उषा यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार से मधेसी समुदाय के विकास में सहयोग करने का आग्रह किया. यह रास्ता उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों के 14 जिलों से होकर गुजरेगा.