नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साल 2018 के हाईस्कूल-इंटरमीडिएट के राज्य और जिले स्तर के मेधावी छात्रों को सम्मानित करेंगे. 146 मेधावी विद्यार्थियों को एक-एक लाख रुपए का चेक, एक टैबलेट, मेडल और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा. वहीं जिले स्तर पर कुल 1563 मेधावी छात्रों को 21 हजार रुपए, एक टैबलेट और मेडल दिया जाएगा. छात्रों को सम्मानित करने की घोषणा   सीएम योगी ने परीक्षा के पहले की थी. छात्रों के साथ प्रधानाचार्यों को भी किया जाएगा सम्मानित लखनऊ की राम मनोहर लोहिया ला यूनिवर्सिटी में सम्मान समारोह मंगलवार को 10 बजे से शुरू होगा.जिसमें यूपी बोर्ड में हाईस्कूल के 55, इंटरमीडिएट के 42, CBSE के इंटरमीडिएट के 11 ICSE और ISE बोर्ड के हाईस्कूल के 16 और इंटरमीडिएट के 22 छात्र सम्मानित किए जाएंगे. इसके अलावा प्रदेश स्तर पर प्रथम स्थान पाने वाले मेधावी छात्रों के 11 प्रधानाचार्यों को भी सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि बोर्ड के इम्तहान इस बार छह फरवरी से शुरू होकर बारह मार्च तक चले थे. पहली बार इम्तहान और कापियां जांचने का काम सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में किया गया था. इम्तहान के दौरान इस बार डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने खुद कई सेंटर्स पर छापेमारी की थी. इस बार सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. इम्तहान उन्ही कमरों में कराए गए, जिनमे सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे. इसी तरह कापियां जांचने का काम भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुआ था. यह पहला मौका है जब यूपी बोर्ड के नतीजे अप्रैल महीने में ही घोषित हुए. इस बार दसवीं और बारहवीं क्लास की मेरिट में टॉप टेन स्थान पर रहने वाले स्टूडेंट्स की कापियां सार्वजनिक करने का फैसला लिया गया है. मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स की कापियां इंटरनेट के जरिए सार्वजनिक की जाएंगी. 10वीं में जहां 75 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए वहीं 12वीं में 72 फीसदी स्टूडेंट्स उत्तीर्ण घोषित किए गए. नतीजे बोर्ड के हेडक्वार्टर इलाहाबाद से जारी किए गए थे. आपको बता दें कि इस साल 60 लाख से ज़्यादा छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे. 10वीं क्लास के तकरीबन 37 लाख और 12वीं क्लास के 29 लाख से ज़्यादा छात्रों ने एग्जाम दिया था. सरकइस साल नकल पर सख्ती के चलते 11 लाख 32 हजार छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी.