पटना: लालू यादव ने अपने दो पुराने विश्वास पात्रों को पार्टी से बाहर कर दिया है. इसमें से एक विधायक बालात्कार के मामले में फरार चल रहा है. वहीं दूसरा पूर्व विधायक बालात्कार के मामले में सजा काट रहा है. इस बात का एलान आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने किया. उन्होंने कहा कि बालात्कार के आरोपी आरजेडी विधायक अरुण यादव और पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने पहली बार बालात्कार के आरोपियों को बाहर करने का खुलासा किया. पटना में बालिका गृहकांड को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान ये बड़ा एलान किया गया है. जगदानंद सिंह ने बताया कि बालात्कार के आरोपी अरुण यादव और नवादा के पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव को पार्टी से बाहर कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक वो निर्दोष साबित नहीं हो जाते तब तक पार्टी में उन्हें एंट्री नहीं मिलेगी.
जगदानंद सिंह ने कहा, " जो व्यक्ति हम लोगों के साथ हैं, अगर वह गलतियां करेंगे तो उन्हे पार्टी से हटा दिया जाएगा. पार्टी ऐसे लोगों को एक मिनट भी सहन नहीं करेगी. मेरा नाम नीतीश कुमार नहीं है. जब अरुण यादव और राजवल्लभ यादव बालात्कार के आरोप से मुक्त होंगे, तभी उनका पार्टी में दोबारा स्वागत होगा.
सुशील मोदी ने जगदानंद के इस बयान के बाद ट्वीट कर कहा कि " जिस पार्टी की सियासी सरपरस्ती मिलने से राजवल्लभ यादव और अरुण यादव जैसे लोग विधायक बनने पर जनता की सेवा करने के बजाय गरीबों की नाबालिग बेटियों से बालात्कार जैसा अपराध करते हैं, उसे दूसरों को " महिला विरोधी" बताने से पहले अपना घर देखना चाहिए.
सुशील मोदी ने लगाया था आरोप
बता दें कि सुशील मोदी ने अपने बयान में कहा था कि आरजेडी ने बालात्कार के आरोपों के बावजूद भी विधायकों को पार्टी से नहीं निकाला है. इसी का जवाब देते हुए जगदानंद सिंह ने कहा, " मैं आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष कह रहा हूं कि दोनों ही पार्टी में नहीं है. सुशील मोदी पार्टी के अध्यक्ष नहीं हैं. वो बीजपी के सहयोगी हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि वह नीतीश कुमार के साथ क्यों है? नीतीश कुमार उनके साथ क्यों है? जवाब उनको देना चाहिए जबकि वह जवाब हमसे मांग रहे हैं. कागज पर मुझ से साइन करवा लीजिए कि अरुण यादव और पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव हमारी पार्टी में नही है.''
क्या हैं दोनों नेताओं पर आरोप
आरजेडी के विधायक रहे राजवल्लभ यादव और संदेश से विधायक अरुण यादव पर बालात्कार का आरोप है. राजवल्लभ यादव पर नालंदा की एक नाबालिग छात्रा के साथ बालात्कार का आरोप है. छात्रा ने आरोप लगाया था कि राजवल्लभ यादव ने उसे अपने आवास पर ले जाकर गंदी फिल्में दिखाई और कई बार बालात्कार किया. वहीं दूसरे विधायक अरुण यादव पर 11 साल की बच्ची के साथ बालात्कार का आरोप है. राजवल्लभ यादव इन दिनों जेल में हैं जबकि अरुण यादव इस खबर के मीडिया में आने के बाद से ही फरार चल रहें हैं. आरजेडी ने राजवल्लभ यादव की सजा के चलते उन्हें विधायक पद से हटा दिया गया था. उनकी जगह खाली होने के बाद उप चुनाव में उनकी पत्नी को लालू ने टिकट दिया था, लेकिन वो हार गईं थी.
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