पटना: सुप्रीम कोर्ट ने आज आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी. इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि ये ज्यूडिशियरी का मामला है इसपर कोई टीका टिप्पणी नहीं करेंगे. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जनता की अदालत सबसे बड़ी होती है और जनता की अदालत में न तो सुनवाई होती है न तारीख तय होती है, सीधा फैसला होता है. बिहार की जनता आने वाले समय में लालू यादव के साथ न्याय करेगी.
बता दें कि चारा घोटाले में सज़ा काट रहे लालू की जमानत का CBI ने कड़ा विरोध किया था. उसकी दलील थी कि लालू को स्वास्थ्य की कोई गंभीर समस्या नहीं है. असल में उनका मकसद लोकसभा चुनाव के दौरान बाहर रहना है.
वहीं तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर उनके उस बयान के लिए निशाना साधा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि लालू यादव जेल में मौज करते हैं. तेजस्वी ने सवाल किया कि क्या रघुवर दास लालू यादव को जेल में मौज करवा रहे हैं. उन्होंने सुशील मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो खुद सृजन घोटाले में शामिल हो वह क्या बोलेंगे. जब नई सरकार आएगी तब सबसे पहले सृजन घोटाले में शामिल लोगों को अंदर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को बिहार और देश की चिंता नहीं है.
लालू को अब तक चारा घोटाले के कुल 4 मामलों में सजा मिली है. इसमें से 2 मामले चाईबासा के सरकारी खजाने से पैसे निकालने के हैं. जबकि 2 देवघर और दुमका कोषागार से अवैध निकासी के हैं. CBI का कहना था कि अब तक साढ़े 27 साल की सज़ा पा चुके लालू ने 20 महीने की सज़ा काटी है. इसमें से भी ज़्यादातर समय वो बीमारी का बहाना बना कर हस्पताल के प्राइवेट वार्ड में बने रहे हैं. अब अगर लालू को जमानत दी गई तो इससे न्याय प्रक्रिया में लोगों की आस्था को ठेस पहुंचेगी.
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