लखनऊ: स्वामी चिन्मयानंद रेप मामले में पीड़ित छात्रा के पक्ष में कांग्रेस की पदयात्रा पर रोक लगाते हुए प्रशासन ने कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद को नजरबंद कर दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस को तैनात कर दिया गया है. प्रशासन ने जिला कांग्रेस कार्यालय पर कार्यक्रम के टैंट को भी उखड़वा दिया है और शाहजहांपुर में धारा 144 लागू कर दी है.
प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देते हुए उसे पदयात्रा निकालने की इजाजत देने से मना कर दिया. शाहजहांपुर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया, "इस समय जिले में नवरात्रि, दुर्गापूजा, रामलीला के कारण धारा 144 लागू है, इस कारण यात्रा की अनुमति दिया जाना संभव नहीं है. वैसे भी यात्रा की अनुमति के लिए सात दिन पहले आवेदन करना पड़ता है, जबकि कांग्रेस के नेताओं ने ऐसा नहीं किया है. त्योहार भी शुरू हो गए है. ऐसे में अनुमति नहीं दी जाएगी."
कांग्रेस विधानमंडल नेता अजय सिंह लल्लू और राष्ट्रीय सचिव अजय गुर्जर को हिरासत मे लेकर पुलिस लाइन लाया गया है. उनके साथ कई कार्यकर्ता भी पुलिस लाइन लाए गए हैं.
जितिन प्रसाद ने प्रशासन की कार्रवाई पर कहा कि योगी सरकार आवाज कुचल रही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "कांग्रेस की शांतिपूर्ण पदयात्रा को अनुमति ना देकर योगी सरकार न्याय की आवाज़ कुचल रही है. अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाना हर भारतीय का अधिकार है और इसे कोई रोक नहीं सकता.''
जितिन प्रसाद ने कहा, ''कांग्रेस आज शाहजहांपुर बलात्कार पीड़िता की दुर्दशा को उजागर करने के लिए एक मार्च आयोजित करना चाहती थी लेकिन स्थानीय प्रशासन इसकी अनुमति नहीं दे रहा है. मुझे बताइए कि यह कानून का उल्लंघन कैसे है? यह दुर्भाग्य की बात है."
इस मामले पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ''प्रिय कांग्रेसजनों, उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार नहीं चाहती कि शाहजहांपुर की बेटी के लिए निकाली जाने वाली पदयात्रा की शुरुआत हो सके. हमारे विधानमंडल दल के नेता अजय लल्लू को अरेस्ट कर लिया गया है और हमारे सचिवों को होटल से निकलने नहीं दिया जा रहा है. जितिन प्रसाद जी को घर में नज़रबंद कर दिया गया है. आखिर बीजेपी सरकार को डर किस बात का है?
इससे पहले प्रियंका गांधी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री चिन्मयानंद मामले में उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की रविवार को तीखी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी नेता के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज नहीं किया गया है और प्रशासन पूर्व केन्द्रीय मंत्री को ‘बचा’ रहा है.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा, '' मात्र एक साल पहले शाहजहांपुर के कई प्रशासनिक अधिकारी चिन्मयानंद की आरती उतारते दिखे. मामला अखबारों में उछला था. बलात्कार पीड़िता द्वारा पूरी आपबीती कहने के बावजूद बलात्कार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, कैसे होता? जब पूरा महकमा गले लगाकर उनका बचाव कर रहा था.''
चिन्मयानंद फिलहाल न्यायिक हिरासत में है. उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर पहले भी योगी सरकार पर निशाना साधा था. प्रियंका ने कहा था कि प्रदेश सरकार का अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं है.
प्रियंका ने ट्वीट किया था, "आप उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार के दावों और उनकी हकीकत का मिलान करके देखिए. बीजेपी सरकार हर रोज राज्य को अपराधमुक्त करने का ढोल पीट रही है, जबकि सच्चाई यह है कि 22 दिनों में 12 गोलीकांड, 4 हत्याएं, और महिलाओं पर अत्याचार. प्रदेश सरकार का अपराध पर कोई काबू नहीं है."
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