नई दिल्ली: बिहार की जनता बाढ़ से बेहाल है. सड़कों पर जीवन गुजारने को मजबूर है. कई लोगों की जाने जा चुकी हैं लेकिन इस दौरान राज्य के डिप्टी सीएम सुशील मोदी फिल्म देखने में व्यस्त थे. विपक्ष ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा और संवेदनहीनता का आरोप लगाया. वहीं सुशील मोदी ने फिल्म देखने को जायज ठरहाया है. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले छह दिनों में उन्होंने ये फिल्म एक नहीं बल्कि दो बार देखी है. अगर फिल्म नहीं देखते तो ये कलाकारों का अपमान होता.

बिहार के गणितज्ञ आनंद कुमार के जीवन पर बनी फिल्म ‘सुपर-30’ के एक्टर ऋतिक रोशन के स्वागत से लेकर सिनेमा देखने तक सुशील मोदी सारा दिन बिता देते हैं. उन्होंने कहा कि अगर बिहार में बाढ़ आई है तो पीड़ितों की मदद की जा सकती है. एक साथ कई काम हो सकते हैं. ये फिल्म बिहार पर बनी है और इससे राज्य का सम्मान बढ़ा है ऐसे में ये फिल्म नहीं देखते तो ये फिल्म और उसके कलाकारों का अपमान होता.

सुशील मोदी ने कहा, ‘’पिछले छह दिनों के भीतर मैंने ये फिल्म दो बार देखी है. इस पिक्चर को देकने के कारण मुझे गालियां भी पड़ी हैं. आज भी एक अंग्रेजी का चैनल दो घंटे पहले दिखा रहा था कि बिहार बाढ़ में डूबा है और बिहार के डिप्टी सीएम सिनेमा देख रहे हैं. उस चैनल वाले को ये नहीं मालूम है कि अगर बिहार बाढ़ में डूबा है तो एक साथ कई काम हो सकते हैं. अगर हम बिहार के बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं..उसका पूरा इंतजाम कर रहे हैं...अगर कोई फिल्म बिहार पर बनी है, जिस फिल्म के कारण बिहार का मान सम्मान बढ़ा है...उस फिल्म को अगर नहीं देखते जाते ये फिल्म का अपमान होता, उन कलाकारों का अपमान होता.’’