बरेली: बरेली का बिथरी इलाका एक बार फिर सुर्ख़ियो में है, शहर में कावड़ यात्रा निकालने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. एक बार फिर हजारों की संख्या में दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए हैं. हालात बहुत ज्यादा तनावपूर्ण होते देख भारी फोर्स और पीएससी को मौके पर तैनात किया गया है. शहर की सड़कों पर हर तरफ बम भोले के जयकारे लगाते लोग और भीड़ को तीतर बितर करती पुलिस नजर आ रही है. ये मामला नेशनल हाइवे 24 की नकटिया पुलिस चौकी के सामने का है.

क्या है मामला सावन के आखिरी सोमवार से एक दिन पहले बिथरी चैनपुर के खजुरिया ब्रम्हनान गांव में करीब 50 कांवड़ियों का जत्था बदायूं के कछला घाट जल लेने जा रहा था. ये सभी मुस्लिम बाहुल्य गांव उमरिया होते हुए कछला जल लेने जा रहे थे लेकिन उमरिया गांव के लोगों ने कावड़ यात्रा का विरोध कर दिया और सड़कों पर सैकड़ो लोग जमा हो गए. जिसके बाद डीएम ने कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी.

इस मामले पर बीजेपी के विधायक पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा ने कावड़ यात्रा को उमरिया गांव से निकालने की बात कही. उन्होंने कहा कि हर कीमत पर वहीं से कावड़ यात्रा निकलेगी. जिसके बाद कावड़िए धरने पर बैठ गए और पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया. यहां तक की गांव में जाने वाले हर रास्ते को पुलिस ने बंद कर दिया.

आज विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष पवन अरोड़ा दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ खजुरिया गांव पहुंच गए और वहां धरना शुरू कर दिया. जिस वजह से दोनों समुदाय के लोग एक बार फिर सड़कों पर आ गए. हिन्दू समुदाय के लोगों का कहना है कि प्रशासन कावड़ यात्रा को निकलने नहीं दे रहा है जिस वजह से तनाव है.

इस मामले में डीएम वीरेंद्र सिंह का कहना है कि खजुरिया, उमरिया और नकटिया में तनाव को देखते हुए पुलिस पीएससी और मजिस्ट्रेट को तैनात कर गया है. उनका कहना है कि आज कुछ लोग गांव में ग्रामीणों को समझाने के लिए पहुंचे थे तभी कुछ अफवाह उड़ गई जिस वजह से लोग सड़कों पर आ गए हैं.खजुरिया के साथ-साथ उमरिया गांव में भी जबरदस्त तनाव है और गांव में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है.