चुनाव में जीत के लिए शिवराज बने 'मदारी', मंत्री भी बजाने लगे डमरू
एबीपी न्यूज़ | 08 Aug 2018 08:53 PM (IST)
रोजगार मेले में लाखों युवाओं को रोजगार दिलाने का दावा किया जा रहा है जिस पर कमलनाथ ने कटाक्ष किया था कि सीएम शिवराज मदारी की तरह सिर्फ कलाकारी दिखा रहे हैं.
भोपालः चुनावी माहौल के बीच मध्यप्रदेश की राजनीति में आजकल मदारी और डमरू शब्द खूब चर्चा में है. एक तरफ जहां जन आशीर्वाद यात्रा पर निकले सीएम शिवराज खुद को मदारी बताने से नहीं चूक रहे तो दूसरी ओर उनके लोकनिर्माण मंत्री रामपाल सिंह कांवड़ यात्रा पर निकले हैं और डमरू बजाते नजर आए. रायसेन में कांवड़ियों की भारी भीड़ के साथ रामपाल सिंह भी गेरुआ कपड़ों में कांवड़ यात्रा पर निकले हुए हैं. यात्रा के दौरान वो कभी झूमते नाचते तो कभी डमरू बजाते नजर आएं. पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब उनसे प्रदेश की राजनीति में मदारी-डमरू शब्द की एंट्री पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने इसे बीजेपी की एक और जीत का शंखनाद बताया. दरअसल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सबसे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान को मदारी कहा था, क्योंकि शिवराज सरकार ने चुनाव से पहले स्वरोजगार मेले का आयोजन कराया है. इस रोजगार मेले में लाखों युवाओं को रोजगार दिलाने का दावा किया जा रहा है जिस पर कमलनाथ ने कटाक्ष किया था कि सीएम शिवराज मदारी की तरह सिर्फ कलाकारी दिखा रहे हैं. इसके बाद बुधनी में स्वरोजगार सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद ही कमलनाथ के हमले का जिक्र किया और ये मानने से गुरेज नहीं किया कि वो मदारी हैं. कमलनाथ को जवाब देते हुए सीएम शिवराज ने दावा किया कि वो मदारी होते हुए गरीबों को उनका हक दिला रहे हैं और कांग्रेस के जमाने में मध्य प्रदेश पर लगे बीमारु राज्य के कलंक को हटा कर चुके हैं.