इलाहाबाद: यूपी में शिक्षामित्रों का आंदोलन आज लगातार छठवें दिन भी जारी है. आंदोलन के छठवें दिन आज इलाहाबाद के एक हजार से ज़्यादा शिक्षामित्रों ने सर्व शिक्षा अभियान के दफ्तर पर प्रदर्शन किया और केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी शिक्षामित्रों ने सरकार से अपने समायोजन और सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल किये जाने की मांग की.
बड़ी संख्या में महिला शिक्षामित्र भी हुईं शामिल
शिक्षामित्रों का कहना है कि योगी सरकार को उनके बारे में कोई ठोस फैसला लेना चाहिए. सोमवार को इलाहाबाद में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला शिक्षामित्र भी शामिल हुईं. प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी है कि अगर सरकार ने जल्द ही अध्यादेश लाकर उनका समायोजन नहीं किया तो वह लोग सूबे के सभी प्राइमरी स्कूलों में तालाबंदी करेंगे और किसी भी स्कूल को खुलने नहीं देंगे.
26 जुलाई से लगातार आंदोलन कर रहे हैं यूपी के शिक्षामित्र
गौरतलब है कि 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के अगले दिन से ही यूपी के शिक्षामित्र लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इलाहाबाद के शिक्षामित्र तो अपनी मांगों को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के घर का घेराव भी कर चुके हैं.
लोगों ने भी शुरू कर दिया था विरोध
हालांकि इलाहाबाद के शिक्षामित्रों ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के दिन उसका स्वागत करते हुए जश्न भी मनाया था, लेकिन बाद में दूसरे शहरों में प्रदर्शन होने पर यहां के लोगों ने भी विरोध शुरू कर दिया था. शिक्षामित्रों की मांग है कि सरकार अध्यादेश लाकर उनका समायोजन कराए ताकि उनकी नौकरी बची रह सके.