पटना: बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कश्मीर मुद्दे पर बीजेपी की खिंचाई की. उन्होंने कहा कि ये गठबंधन होना ही नहीं चाहिए था, क्योंकि पीडीपी और बीजेपी दोनों की विचारधारा अलग है. लेकिन अगर गठबंधन हो गया तो इसे बहुत पहले ही अलग हो जाना चाहिए था. बीजेपी सांसद ने कहा, ''या तो शुरू में मिलना नहीं चाहिए था और अगर मिले तो पहले ही ये कदम उठाना चाहिए था.''


सिन्हा ने कहा कि आज का जो फैसला है ये प्लानिंग के तहत हुआ. उन्होंने कहा, ''ये अच्छा डिसीजन है..विजडम भरा डिसीजन है..प्लानिंग भरा डिसीजन है..ये फैसला ठीक ठाक है, लेकिन फिर भी मैं कहूंगा कि ये थोड़ा लेट है.'' उन्होंने महबूबा मुफ्ती का जिक्र करते हुए उन्हें एक मोडरेट नेता बताया. सिन्हा ने कहा, ''उनके अंदर राजनीतिक सूझबूझ का लचीपन दिखा. सबको साथ लेकर चलना जानती हैं.'' बीजेपी ने प्लानिंग के तहत सरकार से समर्थन वापस लिया.


एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा कि कश्मीर हमारा हिस्सा है और रहेगा. उन्होंने कहा, ''हम कश्मीर को हिलने डुलने नहीं दे सकते. आज वहां पर जिस तरह की हिंसा हो रही है या चाहे हुई है..या हमारे सैनिक मारे गए हैं..एक सिर के बदले 10 सिर लाएंगे ये नहीं चलेगा..ये जोश में तो ठीक लगता है..कश्मीर हो चाहे पाकिस्तान का मामला हो बातचीत बंद नहीं होनी चाहिए. इसके सिवाए और हमारे पास रास्ता नहीं है.''


सिन्हा ने कहा कि कश्मीर के हर पहलू को चाहे वह कानून हो या नियम सबको फिर से समझने की ज़रूरत है. जिन बच्चों ने पत्थर हाथ में उठाए हैं उसे भी समझने की ज़रूरत है. कश्मीर में अगर फिर से कोई सरकार नहीं बनती है तो राज्यपाल शासन कोई विकल्प नहीं है. नियम के हिसाब से फिर से चुनाव हो. उन्होंने कहा, ''कश्मीर मुद्दे को देशभर में भुनाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए.''


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