रामपुर: नोटिसों से पटा आजम खान का घर, दर्ज हैं 80 से ज्यादा मुक़दमे
पुलिस का कहना है कि घर पर किसी द्वारा नोटिस रिसीव न किए जाने की स्थिति में नोटिस चस्पा किए गए हैं. नोटिस लगाने के कुछ देर बाद ही वहां से हटा लिए गए. ऐसा किसने और क्यों किया इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

रामपुर: समाजवादी पार्टी के सांसद आज़म खान के सितारे गर्दिश में आ गए हैं. आज प्रशासन ने आजम खान के आवास पर 27 नोटिस चस्पा किए. नोटिस चस्पा होने के कुछ देर बाद ही नोटिस को वहां से हटा दिया गया अब यह जांच का विषय है कि नोटिस किसने आजम खान के दरवाजे से हटाए. फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने आज़म खान के घर किसी के न मिलने पर नोटिस चस्पा करने की बात बताई है.
इस मामले पर हमने अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह से बात की तो उन्होंने बताया उनके खिलाफ जो अभियोग पंजीकृत है उसमें विवेचना के दौरान जिसे नामित किया गया है या जो नाम प्रकाश में आता है ऐसे अभियुक्तों को पुलिस उनका पक्ष जानने के लिए बुलाती है. अभी तक उनका पक्ष उनके द्वारा नहीं रखा गया है. इस नाते 27 मुकदमों में विवेचकों ने नोटिस चस्पा किए गए हैं.
घर पर नोटिस लगाने के बारे में उन्होंने बताया कि क्योंकि नोटिस किसी ने रिसीव नहीं किया और कोई घर पर नहीं मिला तो उनके दरवाजे पर यह नोटिस चस्पा किए गए.
बता दें कि रामपुर और लखनऊ से दो-दो जन्म प्रमाण पत्र बनवा लेने के मामले में आजम, उनकी पत्नी व बेटे के खिलाफ रामपुर की जिला अदालत से सम्मन जारी किया है और तीनों को 03 अक्टूबर को अदालत में पेश होने को कहा गया है.
बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने 03 जनवरी को रामपुर के गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आकाश सक्सेना का कहना है की उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है और उन्हें उम्मीद है की तीनों आरोपियों को कोर्ट ज़रूर सजा सुनाएगा. आज़म खान और उनके परिवार के खिलाफ लगभग 80 से ज्यादा मुक़दमे दर्ज हो चुके हैं और काफी समय से आज़म खान रामपुर नहीं आये हैं. अब देखना ये होगा की आज़म खान 03 अक्टूबर को कोर्ट का सम्मान करते हुए अदालत में पेश होते हैं या नहीं.
यूपी: आजम खान की मुश्किलें बढ़ीं, जन्म प्रमाण पत्र मामले में रामपुर कोर्ट ने जारी किया सम्मन
'हत्या प्रदेश' की राजधानी बन चुकी है लखनऊ, दहशत में है ज़िंदगी: समाजवादी पार्टी
Source: IOCL





















