लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान ‘चैम्पियन्स आफ द अर्थ अवार्ड’ के लिए चयनित किए जाने पर आज बधाई दी. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि योगी ने कहा कि इस सम्मान के माध्यम से विश्व को भावी पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाए रखने के प्रधानमंत्री के प्रयासों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर न केवल मान्यता दी गयी है बल्कि उन्हें सराहा भी गया है.

योगी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने विश्व पटल पर देश की प्रतिष्ठा, सम्मान और गौरव को बढ़ाया है. उनकी सफलता से पूरा देश गौरान्वित महसूस कर रहा है.'

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रधानमंत्री को पॉलिसी लीडरशिप कैटेगरी के अंतर्गत इंटरनेशनल सोलर एलायंस और पर्यावरण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्यों और वर्ष 2022 तक भारत में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल को पूरी तरह समाप्त करने के संकल्प के लिए संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान ‘चैम्पियन्स आफ द अर्थ अवार्ड’ से सम्मानित किए जाने का निर्णय किया गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण भारतीय संस्कृति और परम्परा का महत्वपूर्ण अंग है. प्रधानमंत्री भारत के प्राचीन ज्ञान और परम्परा को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाकर प्रतिष्ठित कर रहे हैं. उनके प्रयास से ही संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष 21 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाए जाने का सर्वसम्मति से निर्णय किया गया. इसी प्रकार यूनेस्को ने कुम्भ को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की सूची में शामिल किया है.

उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ और ‘नमामि गंगे परियोजना’ के माध्यम से प्रधानमंत्री ने देशवासियों को स्वच्छ और सन्तुलित पर्यावरण के साथ ही स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित कराने का सफल प्रयास किया है. ‘स्वच्छ भारत मिशन’ कार्यक्रम की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा भी गयी है.