पीसीएस पेपर लीक मामले में चार दिन बाद भी खाली हैं कमीशन और पुलिस के हाथ
एबीपी न्यूज़ | 22 Jun 2018 07:29 PM (IST)
इस मामले में पुलिस अभी बयान लेने की प्रक्रिया से आगे नहीं बढ़ सकी है, जबकि यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन पिछले चार दिनों से मचे कोहराम को कुछ लोगों की साजिश बताकर खुद को पाक - साफ़ बताने की कवायद में जुटा हुआ है.
इलाहाबाद: यूपी पीसीएस के मेंस एग्जाम का पेपर आउट होने की गुत्थी आज चार दिन बाद भी नहीं सुलझ सकी है. इस मामले में पुलिस अभी बयान लेने की प्रक्रिया से आगे नहीं बढ़ सकी है, जबकि यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन पिछले चार दिनों से मचे कोहराम को कुछ लोगों की साजिश बताकर खुद को पाक - साफ़ बताने की कवायद में जुटा हुआ है. कमीशन ने सोशल साइंस का पेपर भी आउट होने को पूरी तरह गलत बताते हुए इसे अफवाह करार दिया है. दूसरी तरफ प्रतियोगी छात्र लगातार आंदोलन की राह पर हैं और वह कमीशन से मेंस का पूरा इम्तहान रद्द कर उसे नये सिरे से दोबारा कराए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं. नसीम का दावा- हमें कश्मीरी फिरन पहना देते थे और सेना पर पत्थर फेंकने को कहते थे गौरतलब है कि यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित यूपी की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा पीसीएस- 2017 के मेंस यानी लिखित इम्तहान के निबंध का पेपर उन्नीस जून को इलाहाबाद के सेंटर से आउट हो गया है. दरअसल उन्नीस जून को सुबह पहली पाली में सामान्य हिन्दी का पेपर था, जबकि शाम को दूसरी पाली में निबंध का. इलाहाबाद के जीआईसी सेंटर पर उन्नीस जून को पहली पाली में सामान्य हिन्दी की जगह शाम की पाली के निबंध का पेपर बांट दिया गया. इस पर अभ्यर्थी हंगामा करते हुए सेंटर के बाहर आ गए थे और निबंध का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. यूपी पुलिस के सिपाही की चिट्ठी हुई वायरल, लिखा था- दारोगा जी छुट्टी दे दो, परिवार बढ़ाना है हालांकि कमीशन ने कुछ ही देर में उन्नीस जून के दोनों इम्तहान पूरे यूपी में रद्द कर दिए और ये दोनों पेपर दोबारा कराने का एलान किया, लेकिन इसके बावजूद तमाम अभ्यर्थी सडकों पर उतर आए थे और उन्होंने हंगामा व हिंसा करते हुए आगजनी भी की थी. पेपर लीक की इस घटना ने पिछले कुछ सालों से विवादों में रहे यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन की कार्यशैली और उसकी विश्वसनीयता पर सवालिया निशान खड़े कर दिए थे. पेपर लीक मामले में कमीशन ने उसी दिन एफआईआर करा दी थी. इसके अलावा कमीशन ने अपने दो अफसरों की एक जांच कमेटी अलग से बना दी थी. ईद पर लड़कों से गले मिलने वाली लड़की परेशान है, मांग रही है माफी, जानिए क्यों हालांकि चार दिन बीतने के बाद भी न तो कमीशन किसी नतीजे पर पहुंच सका है और न ही मामले की जांच कर रही इलाहाबाद पुलिस. कमीशन इसके पीछे साजिश की बात कहकर छात्रों को गुमराह होने से बचने की नसीहत देते हुए असली मुद्दे से पल्ला झाड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इलाहाबाद पुलिस के अफसरों का कहना है कि वह अभी बयान ले रही हैं. सबंधित सभी लोगों के बयान दर्ज होने के बाद ही वह आगे कोई कार्रवाई करेगी. दूसरी तरफ प्रतियोगी छात्र कमीशन पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरी परीक्षा रद्द कर उसे नये सिरे से कराए जाने की मांग कर रहे हैं.