योगी के सीएम बनने के बाद स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हुए गुरु गोरखनाथ
एबीपी न्यूज़ | 14 Jun 2018 09:54 PM (IST)
गोरखपुर के सांसद रहे योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां की विभूतियों को भी पहचान मिलने लगी है. उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकारी स्कूल के पाठ्यक्रमों में बदलाव किया गया है. अब विद्यालयों के पाठ्यक्रम से गोरक्षपीठ भी जुड़ गई है.
गोरखपुर: गोरखपुर के सांसद रहे योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां की विभूतियों को भी पहचान मिलने लगी है. उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकारी स्कूल के पाठ्यक्रमों में बदलाव किया गया है. अब विद्यालयों के पाठ्यक्रम से गोरक्षपीठ भी जुड़ गई है. कक्षा 6, 7 और 8 के पाठ्यक्रम में बाबा गोरखनाथ, बाबा गंभीरनाथ समेत कालजयी उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद, देश की आजादी के लिए हंसते हुए फांसी पर झूल जाने वाले शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद बंधू सिंह को शामिल किया गया है. नए घर में शिफ्ट हुए मुलायम सिंह, पूजा-पाठ के बाद किया गृह प्रवेश, देखिए तस्वीरें परिषदीय विद्यालयों के किताबों का कलेवर पूरी तरह से बदल दिया गया है. किताबों की रंगीन छपाई आकर्षक लग रही है. वहीं पाठ्यक्रम में गुरु गोरखनाथ, बाबा गंभीरनाथ, स्वामी प्रणवानंद, शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह की जीवनी को शामिल किया गया है. गोरखपुर के बीएसए भूपेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि कक्षा 1 से 8 तक की 8,36,957 से अधिक किताबें मंगाई जा चुकी है. इन किताबों को बीआरसी केन्द्रों के माध्यम से विद्यालयों पर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. हमारे यहां परिषदीय विद्यालयों के साथ प्राइमरी, अपर प्राइमरी, एडेड विद्यालय हैं. इस साल पाठ्यक्रम में भी कुछ बदलाव किए गए हैं. गुरु गोरखनाथ को इस साल से कक्षा छह के ‘महान व्यक्तित्व’ पुस्तक में शामिल किया गया है. यूपी के पुलिस थानों में अब अफसरों की तैनाती का बन गया है नया फार्मूला पुस्तक में पाठ छह के रूप में गुरु गोरखनाथ की जीवनी को जगह दी गई है. बीएसए भूपेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि पुस्तकों के साथ स्कूल ड्रेस, कॉपी-किताब, बस्ते, जूते-मोजे के साथ अन्य जरूरी सामान 15 जुलाई के पहले विद्यालयों पर उपलबध करा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां की महान विभूतियों को पाठ्यक्रम में शामिल करने से बच्चे यहां के महान लोगों के बारे में जान सकेंगे. इससे उनके बौद्धिक ज्ञान में वृद्धि होगी. इसी किताब में गोरखपुर के चौरीचौरा क्षेत्र के महान क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह की जीवनी भी शामिल की गई है. इसके अलावा बच्चों को आल्हा-उदल, रानी अवंतीबाई के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे. ईद से पहले भाईचारे की अनूठी मिसाल: हिंदू को मुस्लिम और मुस्लिम को हिंदू ने दी किडनी कक्षा 6 में पिछले साल 32 अध्याय थे. लेकिन, इस बार बढ़कर 38 अध्याय हो गए हैं. इसके अलावा बच्चे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, पं. दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भी पढ़कर उनके बारे में जान सकेंगे. कक्षा आठ की ‘महान व्यक्तित्व’ पुस्तक में भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक एवं योगीराज गंभीरनाथ के शिष्य स्वामी प्रणवानंद की जीवनी को भी रखा गया है. नई किताबों के हर पाठ पर क्यूआर कोड अंकित है. इसको स्कैन कर शिक्षक उस पाठ से जुड़ी सामग्री मोबाइल पर तुरंत प्राप्त कर सकेंगे. पाठ से जुड़ा वीडियो भी स्कैन करने से उपलब्ध हो सकेगा. जिन विद्यालयों में प्रोजेक्टर की व्यवस्था है, वहां पढ़ाई और आसान हो सकेगी. किताबों को बीआरसी केंद्रों पर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.