लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया पर पार्टी के फर्जी अकाउंट को लेकर कड़ा रुख अख्तिार किया है. उन्होंने बीएसपी और अपने नाम से चल रहे सभी फेसबुक पेज और ट्विटर अकाउंट को फर्जी बताया है. बीएसपी प्रमुख ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी की पूरे देश में न तो कोई अधिकृत वेबसाइट है, और न ही किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट है. उन्होंने कहा, "बीएसपी ने मीडिया में अपना पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ नेता सुधींद्र भदौरिया को अधिकृत किया है. उनके अलावा किसी अन्य नेता को बीएसपी की ओर से कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है."

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'बीएसपी यूथ' के नाम से चलाई जा रही एक वेबसाइट और उससे जुड़े एक व्यक्ति देवाशीष जरारिया का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि बीएसपी अपनी हर कमेटी में लगभग 50 प्रतिशत युवा को रखती है. इसलिए बीएसपी को किसी अन्य यूथ फ्रंट बनाने की जरूरत नहीं है. देवाशीष का बीएसपी से कोई संबंध नहीं है. उनके द्वारा मीडिया में रखे जा रहे विचारों का भी बीएसपी से कोई संबंध नहीं है.

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पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बयानबाजी से अक्सर फजीहत झेलने वाली राजनैतिक पार्टियों से सबक लेते हुए मायावती ने यह सख्त कदम उठाया है. अगले लोकसभा चुनाव में गठबंधन की संभावनाओं को देखते हुए मायावती किसी तरह का जोखिम उठाने के मूड में नहीं हैं. वह अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को पहले भी सख्त चेतावनी जारी कर चुकी हैं. गौरतलब है कि गलतबयानी पर पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं वीर सिंह और जय प्रकाश सिंह को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद मायावती ने सोशल मीडिया पर बने कई अकाउंट और फर्जी लोगों द्वारा बीएसपी का पक्ष रखने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला है.

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