पप्पू यादव का निशाना, कहा- जन नेता नहीं जुबान के नेता हैं शरद यादव
इस बार मधेपुरा सीट पर मौजूदा सांसद पप्पू यादव का मुकाबला शरद यादव से है. शरद यादव आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर तीसरे चरण के तहत 23 अप्रैल को वोटिंग होगी.

Lok Sabha Election 2019: बिहार की मधेपुरा लोकसभा सीट को 'हॉट' सीट माना जा रहा है. यहां से पप्पू यादव सांसद हैं और इस बार उनका मुकाबला पूर्व सांसद और बिहार के सीनियर नेता शरद यादव से है. शरद यादव ने साल 2009 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी. यहां तीसरे चरण के तहत 23 अप्रैल को वोटिंग होनी हैं. इस बीच पप्पू यादव ने शरद यादव पर निशाना साधा है.
पप्पू यादव ने कहा कि शरद यादव जन नेता नहीं बल्कि जुबान के नेता हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ''मधेपुरा से 18 वर्ष सांसद रहे शरद यादव जी. केंद्र में लगभग आठ वर्ष केंद्रीय मंत्री रहे. सत्ताधारी पार्टी के मुखिया, गठबंधन के शीर्ष नेता रहे. लेकिन मधेपुरा को कोई एक बड़ी परियोजना दिला सके, कोई एक उद्योग स्थापित करवा सके? क्या दिया मधेपुरा को? ये जन नेता नहीं, जुबान के नेता हैं.''
मधेपुरा से 18 वर्ष सांसद रहे शरद यादव जी। केंद्र में लगभग आठ वर्ष केंद्रीय मंत्री रहे। सत्ताधारी पार्टी के मुखिया, गठबंधन के शीर्ष नेता रहे। लेकिन मधेपुरा को कोई एक बड़ी परियोजना दिला सके, कोई एक उद्योग स्थापित करवा सके? क्या दिया मधेपुरा को? ये जन नेता नहीं, जुबान के नेता हैं।
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 12, 2019
गौरतलब है कि पप्पू यादव चाहते थे कि महागठबंधन में उनकी एंट्री हो लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. माना जाता है कि तेजस्वी यादव ने उनकी एंट्री पर ग्रहण लगा दिया. महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत मधेपुरा सीट आरजेडी में गई और उसने शरद यादव को यहां से उम्मीदवार बनाया. शरद यादव आरजेडी के चुनाव चिह्न लालटेन पर चुनाव लड़ रहे हैं.
साल 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजे मधेपुरा लोकसभा सीट बिहार में आती है जो कि मिथिलांचल इलाके में आता है. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल के राजेश रंजन/पप्पू यादव ने 3 लाख 68 हजार 937 वोट हासिल किये थे और 56 हजार 209 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी. मधेपुरा लोकसभा सीट पर दूसरे स्थान पर जनता दल (यूनाइटेड) के शरद यादव रहे थे जिन्होंने 3 लाख 12 हजार 728 वोट हासिल किये थे. भारतीय जनता पार्टी के विजय कुमार सिंह 2 लाख 52 हजार 534 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. इसके साथ ही NOTA को 21 हजार 924 वोट मिले थे. यह भी देखें टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















