प्रयागराज: इस बार कुंभ मेले में जितने श्रद्धालु पहुंचे उनमें से 50 प्रतिशत से अधिक तीन "शाही स्नान" के दौरान संगम तट पर डुबकी लगाने वाले रहे. दुनिया के सबसे बड़े मेले कुंभ के दौरान अब तक 16.44 करोड़ लोग डुबकी लगा चुके हैं. कुंभ श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में मेला प्रशासन ने यह जानकारी दी है. हालांकि, उत्तरप्रदेश सरकार के ही एक मंत्री ने इस संख्या पर सवाल उठाए हैं.

प्रशासन के मुताबिक, कुल श्रद्धालुओं में नौ करोड़ से ज्यादा लोगों ने तीन शाही स्नान के मौके पर डुबकी लगायी. इनमें 15 जनवरी को मक्रर संक्रांति पर 2.25 करोड़ लोगों ने, चार फरवरी को मौनी अमावस्या पर 5.50 करोड़ लोगों ने और 10 फरवरी को बसंत पंचमी पर 1.50 करोड़ लोगों ने स्नान किये.

Kumbh Mela 2019: कुंभ मेले में एक बार फिर लगी भीषण आग, बाल बाल बचे बिहार के राज्यपाल लाल जी टंडन

कुंभ के दौरान 21 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर 1.07 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया लेकिन यह शाही स्नान की श्रेणी में नहीं आता है.

उत्तरप्रदेश सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका के मुताबिक, आरंभ में 12 करोड़ श्रद्धालुओं के कुम्भ में आने का अनुमान लगाया गया था.

बता दें कि उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर सवाल उठाया है.

राजभर ने पूछा, ‘‘किस आधार पर वे (सरकार) दावा कर रहे हैं कि कुंभ मेले में 15 करोड़ लोग आए? क्या वे बता सकते हैं कि श्रद्धालुओं ने किस मार्ग को चुना, किस तरफ से आए, किस तरफ से गए?’’

इससे पहले ओम प्रकाश राजभर ने कुंभ के लिए किए गए खर्च को फिजूलखर्ची व पैसे की बर्बादी बताया था. राजभर ने प्रयागराज में हुए एक कार्यक्रम में कहा था कि उनकी सरकार ने अपने पाप धोने के लिए पांच हजार करोड़ रूपये खर्च किये हैं.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के मुताबिक, कुंभ मेले के दौरान स्नान की छह तारीखों में तीन शाही स्नान की तारीख है.