नई दिल्लीः मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है और चुनाव आयोग उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही कर सकता है. कमलनाथ के करीबी ऊर्जा मंत्री पर एक बीजेपी नेत्री ने गंभीर आरोप लगाए है और अपनी जान को ख़तरा बताया है. अब पूरा मामला निर्वाचन आयोग के पास है.

मध्यप्रदेश के कद्दावर मंत्रियों की सूची में शामिल कमलनाथ के करीबियों में गिने जाने वाले ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव के खिलाफ अब बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. एक महिला नेत्री ने गंभीर आरोप लगते हुए साफ़ कहा है की उन्हें और उनके परिवार को हर्ष यादव से जान का खतरा है. इस बात को लेकर महिला नेत्री ने निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. दरअसल मामला मंत्री हर्ष यादव के एक आडियो टेप के वायरल होने के बाद सामने आया. इस टेप में मंत्री हर्ष यादव अपने विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी महिला नेत्री प्रीती पटवारी के पति प्रमोद को फोन पर धमका रहे है की वो अपनी पत्नी को बीजेपी का काम करने से रोकें और ऐसा नहीं करने पर उनका काम धंधा चौपट कर दिया जाएगा. इस ऑडियो टेप में साफ़ धमकी दी जा रही है और मामला तूल पकड़ गया. टेप के वायरल होने और धमकी मिलने से दहशतजदा महिला नेत्री आखिरकार खुलकर सामने आई और निर्वाचन आयोग की शरण में है.

प्रीति की मानें तो चुनाव की शुरुआत के साथ ही उन्हें और उनके परिवार को मंत्री हर्ष यादव की तरफ से धमकियां मिल रही थी और वो सब सहती रहीं लेकिन जब मंत्री ने हद कर दी तो उन्हें खुलकर सामने आना पड़ा क्योंकि मंत्री खुलेआम धंधा पानी चौपट करवाने के साथ जान की धमकी दे रहे हैं. हालांकि फोन पर धमकी प्रीती के पति को मिली है और सवाल यही की उनके पति को सामने आना चाहिए इस सवाल पर महिला नेत्री कह रही है की उनके पति बड़े बिजनेसमैन हैं और वो सामने नहीं आते लिहाजा उन्हें आयोग के सामने आना पड़ा और सुरक्षा की मांग की है.

चुनावी समर में मंत्री की इस तरह की शिकायतों के बाद बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है. प्रीतो के साथ ही बीजेपी ने भी मंत्री हर्ष यादव के खिलाफ शिकायत की है और उन पर मामला दर्ज करने के साथ प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है. वहीं दूसरी तरफ आडियो टेप के वायरल होने और अपने खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद भी मंत्री हर्ष यादव खुद को बेक़सूर बता रहे है. यादव की मानें तो ये उनके खिलाफ षड्यंत्र है और वो किसी भी जांच के लिए तैयार है.

प्रदेश सरकार के एक कद्दावर मंत्री के खिलाफ आई शिकायत को केंद्रीय निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि यानी केंद्रीय पर्यवेक्षक ने गंभीरता से लिया है. प्रीती और बीजेपी ने जो सबूत पेश किये है उसे देखकर पर्यवेक्षक पहली ही नजर में इसे आपराधिक मामला मान रहे है. पर्यवेक्षक के मुताबिक़ इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी और एसपी से बात करके कड़ी कार्यवाही की जाएगी.

बहरहाल जिस आडियो टेप के बाद मामले ने तूल पकड़ा वो टेप कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रहा है. भाजपाई ना सिर्फ सोशल मीडिया पर मंत्री हर्ष यादव की धमकी वाला टेप वायरल कर रहे है बल्कि लोगों को सुना सुना कर इसे साफ़ गुंडागर्दी करार दे रहे हैं. ऐसे में अब निर्वाचन आयोग के पाले में गेंद है और देखना होगा की आयोग क्या कार्यवाही करता है.