नई दिल्ली: दिल्ली की जामा मस्जिद को खोलने के लिए अहम ऐलान किया है. ऐलान में कहा गया है कि 4 जुलाई 2020 को दोपहर 12:30 बजे आम लोगों के लिए मस्जिद को खोल दिया जाएगा. हालांकि इस दौरान लोगों को कुछ हिदायात पर अमल करना लाज़मी होगा. हिदायात के मुताबिक ज़ोहर की नमाज़ के बाद मस्जिद बंद करदी जाएगी.


असर से मग़रिब की नमाज़ तक जामा मस्जिद खुली रहेगी. देर रात से सुबह तक चलने वाले नाइट कर्फ्यू के की वजह से इशा और फज्र की नमाज़ में वही लोग बाजमात नमाज़ अदा कर सकेंगे जो मस्जिद के अंदर हैं. हुकूमत और मेडिकल डिपार्टमेंट के जानिब से सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही गई है और नमाज़ के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल किया जाएगा यानी एक नमाज़ी से दूसरे नमाज़ी के बीच मुनासिब फासला बनाए रखना लाज़मी होगा.


नमाज़ अदा करने के लिए जानमाज़ साथ लेकर आनी होगी और सभी लोगों को वज़ू अपने-अपने घरों से ही करके आनी होगी. मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने 11 जून को ऐलान किया था,"अवाम की राय और माहिरीन से सलाह लेने के बाद यह फैसला लिया गया है कि आज से लेकर 30 जून तक जामा मस्जिद में नमाज़ के लिए कोई अवामी जलसा नहीं होगा. सिर्फ कुछ लोग ही मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज़ अदा करेंगे."