गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के साथ गोरक्षपीठ का जुड़ाव बहुत पहले से है. राम को रोटी से जोड़कर हर गरीब को रोटी, आवास, कपड़ा, दवाई, बिजली, पानी और सुरक्षा जैसे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना ही होगा. तभी रामराज्य आ सकता है. भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर के साथ-साथ ऐसे रामराज्य की स्थापना करना भी हम सभी का कर्तव्य है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम भारत की आस्था के विषय हैं. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर बनें, ये समाज और राष्ट्र तय करेगा. लेकिन, रामराज्य की स्थापना तो हम अपने पुरूषार्थ से कर सकते हैं. सन्त-महात्मा और देश की जनता रामराज्य को चरितार्थ करने के लिए सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चले. सरकार अपना काम शुरू कर चुकी है.

योगी ने कहा कि सांस्कृतिक भारत की पुर्नप्रतिष्ठा का युग प्रारम्भ हो चुका है. उसका पूर्वाभास देश की जनता को हो रहा है. एक नए युग के भारत की आहट आप सभी को सुनाई दे रही होगी. देश की जनता सरकार के द्वारा किये जा रहे प्रयत्नों के साथ खड़ी हो और हम एक साथ मिलकर भारत को परमवैभव का प्रतिष्ठित स्थान दिलाएं. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सांस्कृतिक राष्ट्रीयता अपना स्पष्ट आकार ले रही है. उन्होंने भारत के ऋषि परम्परा के प्रसार के योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई. भारत की सनातन कुम्भ की परम्परा को यूनेस्को द्वारा दुनिया की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर की मान्यता दिलाई है.

आयुष्मान भारत के अन्तर्गत देश के 50 करोड़ गरीब परिवारों को एक वर्ष में 5 लाख रुपए की निःशुल्क चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराने का अद्वितीय निर्णय लिया है. ये दुनिया की सबसे बड़ी चिकित्सा योजना है. 4 करोड़ परिवारों को विद्युत कनेक्शन दिये गये हैं. करोड़ो परिवारों को आवास उपलब्ध करा दिये गये है. ये बदलते भारत की वही तस्वीर है, जिसकी परिकल्पना हिंदुत्व और राष्ट्रीयता के प्रबल पक्षधर मेरे गुरुदेव महन्त अवेद्यनाथ किया करते थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान कुम्भ हम संतों और दुनिया की जनता को गंगा में निर्मल अविरल जल देंगे.