गोरखपुर: यूं तो बड़े माफियाओं द्वारा रंगदारी मांगने के मामले सामने आते रहते हैं. ले‍किन, गोरखपुर में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सबके होश उड़ा दिए. प्राइवेट मदरसे में पढ़ाने वाले महज 19 साल के शिक्षक ने डॉक्‍टर की पत्‍नी से अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाउद इब्राहिम की फोटो के साथ अपशब्‍दों का प्रयोग करते हुए वाट्सएप पर मैसेज और कॉल कर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी. लेकिन, पुलिस ने सर्विलांस के जरिए उसका नंबर ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर लिया. उसे रंगदारी मांगने का ये आइडिया फिल्‍म देखकर आया था.

गोरखपुर के डॉक्टर और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रो. सुनील कुमार आर्य 19 अक्‍टूबर की रात सिटी मॉल में पत्‍नी रंजना आर्य और बच्‍चों के साथ फिल्‍म देख रहे थे. साईं निरोग धाम की डायरेक्‍टर रंजना आर्य के वाट्सएप पर उसी समय 10 लाख रुपए की रंगदारी का मैसेज और कॉल आई. कॉल करने वाले ने पेशगी के तौर पर इन रुपयों की मांग की. उन्‍होंने तत्‍काल इसकी सूचना आलाधिकारियों को दी.

इस मामले में कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस की टीमें कॉल करने वाले को तलाशने में जुट गईं. सर्विलांस के जरिए उस नंबर की सारी डिटेल पुलिस को मिल गई. पुलिस ने कॉल और मैसेज की डिटेल के साथ रंगदारी मांगने वाले की कुंडली खंगाल ली. पुलिस ने गोरखपुर रेलवे स्‍टेशन के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसकी पहचान महराजगंज जिले के पुरंदरपुर थानाक्षेत्र के रानी परसोहिया निवासी शमीम अहमद के रूप में हुई. महज 19 साल का शमीम प्राइवेट मदरसे में शिक्षक है.

घटना का खुलासा करते हुए सीओ कैंट प्रभात राय ने बताया कि आरोपी का पहले कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है. उसने अखबार के विज्ञापन के जरिए डॉक्‍टर सुनील कुमार आर्य की पत्‍नी रंजना आर्य का मोबाइल नंबर हासिल किया था. शमीम ने पुलिस को बताया कि फिल्‍म देखने के बाद उसे इस तरह से रंगदारी मांगने का आइडिया आया था. पुलिस को उसके मोबाइल से अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाउद इब्राहिम का फोटो भी मिला है. जिसे वाट्सएप पर भेजने के बाद उसने अपशब्‍दों का प्रयोग करते हुए 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी. पुलिस ने उसके पास से घटना में प्रयुक्‍त मोबाइल भी बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.