गोरखपुरः मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को एक बार फिर गुस्‍सा आया है. इस बार बसपा सरकार में यूपी के वन मंत्री रहे भाजपा से कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह उनके गुस्‍से के शिकार हुए हैं. फते‍ह बहादुर सिंह मायावती के खासम-खास रहे हैं. सदन में वे हमेशा ही उनके दाहिने या बाई ओर बैठते रहे हैं. वे पूर्व मुख्‍यमंत्री स्‍व. वीर बहादुर सिंह के पुत्र भी हैं. मंच से अपने उद्बोधन में उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से युवाओं को रोजगार और सम्‍मान देने का आह्वान किया था. उसके बाद जब मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने माइक संभाला, तो उन्‍होंने सारा गुस्‍सा कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह पर उतार दिया. ये पहला मौका नहीं है, जब सीएम योगी का गुस्‍सा सार्वजनिक मंच पर जग जाहिर हुआ है. इसके पहले भी वे कई मंच से अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को तेवर दिखा चुके हैं. लोकसभा चुनाव के पहले उन्‍होंने बूथ कार्यकर्ताओं के सम्‍मेलन में गुस्‍सा जाहिर करते हुए कहा था कि कार्यकर्ता ही हैं या भाड़े पर आए हैं. मंगलवार को एक बार फिर वैसा ही तेवर सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने दिखाया. गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कालेज में भाजपा की ओर से मंगलवार को अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर कैम्पियगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मंच से अपने उद्बोधन में युवाओं को रोजगार देने का आहवान किया. इस पर सीएम योगी आदित्‍यनाथ नाराज हो गए. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मंच संभाला, तो वे भाजपा से कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह के ऊपर बिफर पड़े.

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यना‍थ ने कहा कि ‘गोरखपुर में ये जीत स्‍वाभाविक रूप से हुई है. यहां का जो अभूतपूर्व विकास 2016 से प्रारम्‍भ हुआ है. 2017 में भाजपा नेतृत्‍व की प्रदेश में सरकार बनने के बाद उसे जो नई गति दी गई. उस गति का परिणाम हम सबके सामने है. आज गोरखपुर में मैं देखकर ताज्‍जुब कर रहा था कि विधायक कैम्पियरगंज कहते हैं कि रोजगार चाहिए. फर्टिलाइजर क्‍या रोजगार का साधन नहीं है. पिपराइच में चीनी मिल क्‍या रोजगार और नौकरी का साधन नहीं है. एम्‍स में जो नौकरियां आएंगी वो क्‍या रोजगार और नौकरी के साधन नहीं है. ये बुद्धि की कमी और विवेक का अभाव है. मुझे लगता है जब व्‍यक्ति बुद्धि और विवेक का प्रयोग नहीं करता है. वो इस प्रकार की बातों को करके अनावश्‍यक रूप से अपनी उपलब्धियों पर पानी फेरने का काम करता है.’

इस समारोह में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने पांच विधानसभा के 5-5 बूथ और कार्यकर्ताओं को सम्‍मानित भी किया. इस अवसर पर पांचों विधानसभा के विधायक भी मंच पर मौजूद रहे. इस दौरान सभी विधायकों को भी मंच से उद्बोधन का अवसर मिला. सीएम योगी आदित्‍यनाथ के बगल में बैठे गोरखपुर के कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक और बसपा सरकार में वन मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह ने जैसे ही मंच संभाला उन्‍होंने सीएम योगी आदित्‍यनाथ से युवाओं को रोजगार देने का आह्वान किया. उन्‍होंने अपने पिता पूर्व मुख्‍यमंत्री स्‍व. वीर बहादुर सिंह के कार्यकाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि 1986 के बाद से यहां का विकास रुका हुआ है.

युवाओं को रोजगार नहीं मिला है. उनसे युवाओं को रोजगार की उम्‍मीद है. इसके बाद सीएम योगी जैसे ही मंच पर उद्बोधन देने के लिए आए उनका गुस्‍सा विधायक फतेह बहादुर सिंह पर उतर गया. फतेह बहादुर सिंह साल 2017 में भाजपा के टिकट पर कैम्पियरगंज से विधायक चुने गए हैं. इसके पहले वे कैम्पियरगंज से एनसीपी के टिकट पर विधायक बने थे. उसके पहले वे महराजगंज जिले के पनियरा से बसपा के टिकट पर जीत हासिल कर विधायक और मायावती सरकार में वन मंत्री रहे. फतेह बहादुर सिंह मायावती सरकार में सदन में उनके दाहिने वाली कुर्सी पर बैठने वाले उनके खासम-खास रहे हैं.