मुंबई: लॉकडाउन के दौरान बेहाल हुए मुंबई की कई पहचानों में से एक डब्बावालों ने हर परिवार को दो - दो हजार रुपये देने की मांग महाराष्ट्र सरकार से की है.

मुंबई की दूसरी लाइफ लाइन कहे जाने वाले डब्बावालों के साथ महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री असलम शेख की बैठक हुई.  खस्ताहाल हो चुके रोज़गार का हवाला देते हुए डब्बावालों ने सरकार से हर परिवार को दो-दो हजार रुपये देने की मांग की. डब्बेवालों ने कहा कि जब तक काम शुरू नही होता तब तक सरकार उन्हें दो हजार रुपये खर्च के रूप में दें.

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने कहा कि, “मुंबई की दूसरी लाइफ लाइन डब्बा वाला कम्युनिटी है,  दो लाख से ज्यादा लोगों को खाना पहुचाने का काम यह लोग करते है. इनके काम की पूरी दुनिया सराहना करती है, लेकिन लॉकडाउन में इनके काम बंद होने से यह सब परेशान हैं.”

असलम शेख ने कहा, “आज इनके साथ हमारी मीटिंग हुई, मीटिंग के बाद यह तय किया गया कि महाराष्ट्र सरकार की तरफ से लॉकडाउन खत्म होने तक सभी डब्बावालों को खाने का किट दिया जाएगा.”

असलम शेख ने बताया कि आज ढाई हजार से ज्यादा किट दी गई  बाकी यह जो लिस्ट बचे हुए डब्बावालों की है उन्हें भी खाने की किट पहुंचाई जाएगी. बहुत सारे डब्बावाले लॉकडाउन के चलते पुणे में अपने गांव की तरफ चले गए हैं, पुणे कलेक्टर के माध्यम से उन्हें भी खाने की किट दी जाएगी.

डिब्बा वालों की मांग पर मंत्री असलम शेख ने कहा की डब्बावालों ने जो 2-2 हज़ार रुपये देने की मांग की है, उस बारे में भी कल की होने वाली कैबिनेट में सीएम उद्धव ठाकरे से बातचीत होगी. उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी की सरकार इनके साथ हमेशा है .

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