कुशीनगर: कोरोना के कहर से हुए लॉकडाउन की वजह से वाहन नही मिलने से परेशान बुजुर्ग महिला अपने बीमार पति को लेकर बैंक पहुँच गई. दरअसल मामला है कुशीनगर के खड्डा क्षेत्र में वाहन नहीं मिलने से परेशान बुजुर्ग महिला अपने बीमार पति को लेकर 10 किलोमीटर दूर से बैंक पहुंच गयी. ठेले पर बीमार व्यक्ति को देखकर बैंककर्मियों ने तत्काल उसे बाहर रोक औपचारिकताएं पूरी कर रुपये दे दिए. इसके बाद वह अपने पति के साथ उसी ठेले से गांव लौट गई. लॉक डाउन के चलते गरीब लोग ऐसे ही परेशान हो रहे हैं.


कुशीनगर जनपद के खड्डा ब्लॉक के कोप जंगल विशुनपुरा गांव निवासी सूर्यनारायण ( 60 ) काफी दिनों से बीमार चल रहे हैं और चलने फिरने में दिक्कत की वजह से बिस्तर पर हैं. कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन में उनकी दवा व घर के पैसे खत्म हो गए. बड़ौदा बैंक यूपी (पूर्वांचल ग्रामीण बैंक) शाखा-खड्डा में उन्हीं के नाम से खाता है. घर मे पैसा नही होने की वजह से बैंक से पैसे निकालने के लिए उनका जाना जरूरी था. घर की हालत को देखते हुए पैसा निकालना मजबूरी हो गई, लॉक डाउन की वजह से सवारी गाड़ियां नहीं चल रही है. पैसा निकालने के लिए दंपती को खड्डा बैंक पर आना बड़ी समस्या हो गई थी.

सूर्य नारायण की पत्नी इसरावती ने आज गांव के ही एक मजदूर का ठेला मंगाया और बीमार पति को उसी पर लिटाकर खड्डा बैंक पर ले गई. बैंक से पैसा निकाल कर लौट रही इशरावती ने बताया कि बड़ौदा यूपी बैंक में उसका खाता है. घर खर्च और दवा के लिए पैसा निकालना जरूरी था. जब हम ठेले पर लेकर पहुँचे तो इस हाल में हमको देख दरियादिली दिखाते हुए बैंक कर्मी बाहर आ गए और बाहर ही औपचारिकता पूरी करा कर वहीं रकम निकाल कर दे दिया. बैंक कर्मियों ने उसके बाद एक नंबर भी दिया और बताया कि आगे इस तरह की समस्या हो तो वह काल कर दें, हम आपकी सहायता करेंगे. उसके बाद हमने रुपये से दवा खरीदकर उसी ठेले से वापस गांव लौट गई. इस दौरान पूरे क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना रहा .