गाजियाबाद: दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर तीन बार तलाक बोलकर पत्नी से रिश्ता खत्म करने के एक मामले में पुलिस जांच कर रही है. पीड़ित महिला ने उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री से मदद मांगी है.
फर्नीचर बनाने का काम करने वाले सलीम ने शनिवार को उमीदा को इसलिए तलाक दे दिया था क्योंकि उसके ससुराल वाले उसके लिए घर नहीं खरीद सके. यह बात उमीदा के पिता ने बीजेपी विधायक और खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री अतुल गर्ग को बताई.
उमीदा को तीन तलाक दिये जाने के बाद उसके पिता सबीर बेटी को गर्ग के घर ले गये और मामले में उनसे दखल देने की की मांग की. सबीर के मुताबिक सलीम और उमीदा की शादी चार साल पहले हुई थी. उसके बाद सलीम ने उमीदा को परेशान करना शुरू कर दिया और मकान के लिए पिता से पैसे लाने को कहा.
सबीर ने गर्ग को बताया कि सलीम दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर उमीदा को पीटता था. बढ़ई का ही काम करने वाले सबीर ने कहा कि बहुत कम कमाई होने के बावजूद वह अकसर अपने दामाद की आर्थिक मदद करते थे.
छह मई को सलीम ने अपनी पत्नी से झगड़े के बाद तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ दिया. उसने उमीदा को अपने घर से भी निकाल दिया और पुलिस के पास जाने पर परेशानी का सामना करने की धमकी दी. उमीदा अपने दो साल के बेटे के साथ मायके आ गयी.
विधायक गर्ग ने बताया कि सरकार उमीदा की मदद नहीं कर सकती क्योंकि शरीया के तहत तीन तलाक वैध है. उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता अदालत जाती है तो उसे तथा उसके परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.
मामले में एपआईआर दर्ज कर ली गयी है. पुलिस अधीक्षक (शहर) आकाश तोमर ने कहा कि पुलिस मामले को देख रही है. देशभर में हजारों मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक की प्रथा का विरोध कर रही हैं. 11 मई को यह मामला उच्चतम न्यायालय के समक्ष आएगा.