भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मध्यप्रदेश से एक उम्मीदवार के तौर पर दिग्विजय सिंह का नाम फाइनल कर दिया है. मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं. इन सीटों से वर्तमान में दिग्विजय सिंह, बीजेपी के प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया सांसद हैं.

वहीं दूसरी और बीजेपी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के तौर पर नामित किया है. सिंधिया मंगलवार को कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए. बुधवार को ही बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया.

सिंधिया 13 मार्च को भोपाल में विधानसभा सचिवालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. सूत्रों के अनुसार राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी एक-एक सीट पर आसानी से जीत हासिल कर लेंगे, जबकि तीसरी सीट के लिए दोनों दलों के बीच कड़ी टक्कर होगी.

उधर, बुधवार को दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि विधानसभा में कमलनाथ सरकार के बहुमत साबित कर लेगी. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि 22 बागी विधायकों में 13 ने कांग्रेस नहीं छोड़ने का भरोसा दिया है. दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं से यह समझ पाने में गलती हुई कि सिंधिया कांग्रेस छोड़ने जैसा कदम उठा सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह कैबिनेट मंत्री बनने की ‘अतिमहत्वाकांक्षा’ के चलते बीजेपी में शामिल हुए हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस 122 विधायकों के रहते हुए आसानी से उन्हें राज्यसभा भेज सकती थी. लेकिन हम उन्हें कैबिनेट मंत्री नहीं बना सकते थे. सिर्फ मोदी-शाह उन्हें कैबिनेट मंत्री बना सकते थे, हम नहीं.’’ उन्होंने कहा कि सिंधिया के करीबी दो से तीन मंत्रियों और 10 बागी विधायकों ने आश्वासन दिया है कि वे कांग्रेस नहीं छोड़ रहे हैं.