कासगंज: कासगंज जिले के थाना कासगंज के निजामपुर गांव में दलित की बारात चढ़ाने को लेकर चल रहे विवाद में दोनो पक्षों ठाकुरों और दलितों के बीच जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद समझौता हो गया है.


समझौते के अनुसार बारात का जनवासा गांव निजामपुर के बाहर कुतुबपुर को जाने वाले मुख्य मार्ग पर धर्मवीर निवासी निजामपुर के खेत में रहेगा.


बारात जनमासा से प्रस्थान कर कुतुबपुर निजामपुर रोड से गावनिजपुर के तिराहा से होती हुई प्राइमरी पाठशाला के सामने से गली से होते हुए महेश चौहान आदि के घर के सामने से गली में होकर सुरेंद्र चौहान के घर के पास से पश्चिम दिशा में सत्यपाल सिंह के घर तक जाएगी.


बारात में ऐसा कोई भी राजनैतिक/राजनैतिक संगठन से संबंधित व्यक्ति प्रतिभाग नही करेगा जिसके कृत्य/आचरण से मौके पर शांति व्यवस्था भंग होने का खतरा हो.



बारात में कोई भी व्यक्ति अस्त्र शस्त्र लेकर प्रतिभाग नहीं करेगा और न ही किसी मादक पदार्थ का सेवन करेगा.


कोई भी व्यक्ति ध्वनि विस्तारक यंत्र से आपत्तिजनक भाषा/शब्द का प्रयोग नहीं करेगा.


गांव मे जिस गली से बारात चढ़ना प्रस्तावित है वह गली काफी सकरी है इस कारण अपनी स्वेच्छा से ऐसे वाहन/साधन का प्रयोग किया जाए जो आसानी से गली में से निकल सके.


गांव के निवासी आपसी सौहार्द बनाते हुए बारात से पूर्व व बाद में गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखेंगे.


जनपद में धारा 144 लागू है इस कारण बारात में कोई भी व्यक्ति ध्वनि विस्तारक यंत्र से ऐसी भाषा/शब्द एवं अन्य कार्य नहीं करेगा जिससे शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका हो.


कासगंज के निजामपुर गांव में दलित संजय जाटव की बारात चढ़ाने का नया रुट चार्ट दोनों पक्षों की सहमति और जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से जारी हुआ है. बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बारात रूट को लेकर कोर्ट के हस्तक्षेप करने संबंधी संजय की याचिका खारिज कर दी थी. याचिका में बारात को कासगंज के निजामपुर गांव के ठाकुर इलाके से गुजरने की अनुमति देने की बात कही गई थी. संजय की शादी 20 अप्रैल को होनी तय है. दलित दूल्हे संजय जाटव ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने का इशारा किया था.