इलाहाबाद: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने बीजेपी महासचिव कैलाश विजय वर्गीय द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना रावण से किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए उन्हें मानसिक रूप से बीमार बताया है. प्रमोद तिवारी का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार से बाहर किये जाने और पार्टी में साइड लाइन किये जाने के बाद से कैलाश विजय वर्गीय अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. उनके बयान से साफ़ है कि वह मानसिक रूप से बीमार हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है.
उनका कहना है कि बीजीपी को विजय वर्गीय को किसी अच्छे अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज कराना चाहिए. उन्होंने बीजेपी नेताओं से राहुल गांधी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा है. प्रमोद तिवारी ने कहा है कि बेहतर होता कि विजय वर्गीय को राहुल गांधी को रावण बताने से पहले अपने पीएम के बारे में भी सोचना चाहिए.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर के बयान पर भी रखी अपनी बात पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए क़ानून बनाए जाने के बयान पर कहा है कि वह मंदिराइटिस नाम की बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं. अकेले मोहन भागवत ही नहीं आरएसएस और बीजेपी के सभी नेताओं को मंदिराइटिस नाम की बीमारी है. देश में जब -जब चुनाव आते हैं, तब -तब आरएसएस और बीजेपी के लोग इस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं.
प्रमोद तिवारी के मुताबिक़ आरएसएस के रिमोट से चलने वाली केंद्र की मोदी सरकार साढ़े चार साल के काम में पूरी तरह नाकाम रही है, इसी वजह से पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें फिर से मंदिर की याद आने लगी है, जबकि इन लोगों का मकसद मंदिर बनाना नहीं, बल्कि उसके नाम पर सौदेबाजी करना है.