रायपुरः छत्तीसगढ़ के रायपुर में उरला थाने के थानेदार का मां के सामने बेटे के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया वायरल होने की घटना का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान लिया था. जिसके बाद आज छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने प्रदेश के सभी आईजी और एसपी को कड़ा निर्देश जारी किया है.

डीजीपी ने सभी आईजी और एसपी को इस तरह की घटना पर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है.

जानिए क्यों दिया डीजीपी ने निर्देश रायपुर के उरला थानेदार नितिन उपाध्याय का एक वीडियो पूरे देश में वायरल हो रहा है. वीडियो में उरला के थानेदार नितिन उपाध्याय मां के सामने बेटे को बेरहमी से पीटते दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा नितिन उपाध्याय रास्ता चलते लोगों को भी पीट रहा है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूरे देश में रायपुर के इस थानेदार की आलोचना हो रही है. इसके अलावा लोग छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डीजीपी डीएम अवस्थी को भी टैग कर सवाल कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान तो डीजीपी ने दिया निर्देश सोशल मीडिया में लोगों के सवाल का असर अब दिखाई दे रहा है. कल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उरला थानेदार द्वारा लोगों को मारने की घटना को अमानवीय और न स्वीकार करने वाला बताया था और आज छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने प्रदेश के सभी आईजी और एसपी को निर्देश जारी कर दिया है.

जानिए क्या लिखा है आदेश में रायपुर के उरला थानेदार नितिन उपाध्याय के मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद छत्तीसगढ़ के डीजीपी ने जो निर्देश जारी किया है उसमें आईजी और एसपी को निर्देश दिया है की यदि अब कोई पुलिसकर्मी आम जनता के साथ ऐसा बर्ताव करता है तो उसे निलंबित करें और उसके ख़िलाफ़ आपराधिक प्रकरण दर्ज करें. इसके साथ ही निर्देश में यह लिखा गया है की पुलिस का व्यवहार आम जनता के साथ सम्मानपूर्ण होना चाहिए.

डीजीपी ने अपने निर्देश में इस बात का साफ़ उल्लेख किया है की पिछले कुछ दिनों में आम जनता के साथ जबरन मारपीट की घटना सामने आई है. इस तरह की घटना सामने आने के बाद जो ईमानदार पुलिस मेहनत कर रहे हैं उनकी छवि पर नकरात्मक असर पड़ता है. इसलिए अब अगर कोई भी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी आम जनता के साथ दुर्व्यवहार करता है तो उसे तत्काल निलंबित किया जाए. इसके साथ ही सम्बंधित अधिकारी और कर्मचारी के ख़िलाफ़ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए.

इसके साथ ही डीजीपी द्वारा जारी जारी निर्देश में रायपुर की घटना का ज़िक्र करते हुए यह कहा गया है की इस घटना पर विभागीय जांच कर बड़ी कार्रवाही सुनिश्चित करें.