लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को कहा कि यह बजट बड़े पूंजीपतियों को राहत पहुंचाने वाला है. मायावती ने ट्विटर पर लिखा, "यह बजट प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देकर कुछ बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की ही हर प्रकार से मदद करने वाला है. इससे दलितों व पिछड़ों के आरक्षण को ही नुकसान नहीं होगा, बल्कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, किसान व ग्रामीण समस्या और भी जटिल होगी. देश में पूंजी का विकास भी इससे संभव नहीं है."
उन्होंने कहा, "भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा बजट को हर मामले में और हर स्तर पर लुभावना बनाने की पूरी कोशिश की गई है. लेकिन देखना है कि इनका यह बजट जमीनी हकीकत में देश की आम जनता के लिए कितना लाभदायक सिद्ध होता है. ऐसे में जबकि पूरा देश गरीबी, बेरोजगारी, बदतर शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा से पीड़ित व परेशान है."
''केवल कागजी दावों पर जनता का कल्याण कैसे होगा''
इससे पहले मायावती ने गुरुवार को बिना नाम लिए केन्द्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि केवल कागजी दावों से जनता का हित व कल्याण कैसे संभव है. मायावती ने ट्वीट किया कि विकास दर की बड़े-बड़े दावों से देश के 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों आदि का अब तक सही भला नहीं हो पाया है. इनकी दिन-प्रतिदिन की समस्याएं अनवरत गंभीर होती जा रही हैं जो अति-दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है. केवल कागजी दावों से जनता का हित व कल्याण कैसे संभव है.
उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, "लोगों को हसीन सपने दिखाना परन्तु उस हिसाब से काम नहीं करना व भावनाएं भड़काकर राजनीतिक रोटी सेंकना बीजेपी की विशेषता रही है. आर्थिक सर्वेक्षण भी प्रमाणित करता है कि गरीबी, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या आदि गंभीर समस्याओं के मामले में यह सरकार उदासीन व लापरवाह रही है."