नई दिल्ली: गोरखपुर के एक सरकारी अस्पताल में पिछले साल शिशुओं के मौत के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद हाल ही में जेल से रिहा होने वाले कफील खान ने कहा कि उन्हें एक बार फिर से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने बच्चों को ऑक्सीजन देने की अपनी जिम्मेदारी में विफल रहने वाले सभी लोगों को जेल में डालने की भी मांग की.

गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में नोडल अधिकारी के रूप में काम करने वाले खान को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ने 25 अप्रैल को जमानत दी थी.

अगस्त 2017 में एक सप्ताह के भीतर अस्पताल में 60 से अधिक बच्चे मर गए थे जिसमें से अधिकांश नवजात थे. यह आरोप लगाया गया था कि ऑक्सीजन आपूर्ति में व्यवधान पड़ने के कारण इन बच्चों की मौत हुई थी.

स्थानीय निवासियों की एक पहल ‘ द्वारका क्लेक्टिव ’ द्वारा आयोजित एक समारोह में खान ने कहा कि वह कनिष्ठतम डॉक्टर थे और अस्पताल प्रशासन से ना नहीं कहा था लेकिन इसके बावजूद उसे निशाना बनाया गया.

कफील ने जेल से एक पत्र लिखा था जिसे दिल्ली में उनकी पत्नी ने सार्वजनिक किया.पत्र में बीआरडी अस्पताल के पूर्व नोडल अधिकारी ने उल्लेख किया कि अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता को भुगतान नहीं किया गया था क्योंकि इसके लिए राशि जारी नहीं की गयी थी.