लखनऊ: आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 94वीं जयंती है. लोग उन्हें अपनी-अपनी तरह से याद कर रहे हैं. पर क्या आप जानते हैं कि वाजपेयी के जीवन औऱ राजनीति से जुड़े ऐसे कई रोचक किस्से हैं जिन्हें आज भी याद किया जाता है. ऐसा ही एक किस्सा है लखनऊ का जहां अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता से अचानक पायजामे की मांग कर दी थी.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कपूरथला चौराहे पर 2006 में जमा भाजपा कार्यकर्ता और अटल बिहारी वाजपेयी के प्रशंसक उस समय हैरत में पड़ गये, जब पूर्व प्रधानमंत्री ने उनसे अचानक पायजामा मांग लिया.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भावुक होते हुए कहा था, 'अटल जी मेयर चुनाव के दौरान मेरे समर्थन में सभा करने कपूरथला पहुंचे. उन्हें तेज बुखार था. उन्होंने भाषण की शुरूआत की और कहा कि वह अपनी छवि मुझमें देखते हैं. उन्होंने जनता से कहा कि अगर वह वाकई इस नारे को मानती है कि 'हमारा नेता कैसा हो, अटल बिहारी जैसा हो' तो उसे मेरा समर्थन करना चाहिए.'
शर्मा ने कहा, 'अटल जी के भाषणों का जनता पर बहुत असर होता था. उन्होंने जनता से पूछा कि अगर वह केवल कुर्ता पहनें और पायजामा ना पहनें तो कैसे दिखेंगे. जनता हैरत में थी कि दरअसल अटल जी क्या कहना चाहते हैं. कोई चिल्लाया .. खराब दिखेंगे. अटल जी ने कहा कि लखनऊ से सांसद का चुनाव जिताकर आप लोगों ने मुझे कुर्ता दिया. मुझे नगर निगम मेयर चुनाव में जीत दर्ज कर पायजामा भी चाहिए.'
शर्मा ने कहा कि अटल जी के बयान ने उन्हें जीत दिलायी. शर्मा 2006 से 2017 तक लखनऊ के मेयर रहे. विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद योगी सरकार में वह उप मुख्यमंत्री बनाये गये.
अटल बिहारी वाजयेपी का जन्म 25 दिसबंर, 1924 को गुलाम भारत के ग्वालियर स्टेट में हुआ, जो आज के मध्यप्रदेश का हिस्सा है. दिलचस्प बात ये है कि अटल बिहारी वाजयेपी का जन्म ठीक उसी दिन हुआ, जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कांग्रेस पार्टी के पहली और आखिरी बार अध्यक्ष बने.